'ये लड़ाई नफरत और मोहब्बत के बीच', जंतर मंतर पर प्रदर्शन के दौरान बोले राहुल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जंतर पर इंडिया अलायंस के विरोध प्रदर्शन के दौरान अपने संबोधन में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साथा। उन्होंने कहा कि सवाल पूछने पर सांसदों को बाहर कर दिया।
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जंतर मंतर पर विपक्षी गठबंधन इंडिया अलायंस के विरोध प्रदर्शन के दौरान अपने संबोधन में बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि सवाल पूछने पर सांसदों को निलंबित किया गया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जब सांसद में दो युवा अंदर घुसे और धुआं फैलाय तब बीजेपी के सांसद वहां से भाग गए।
घुसपैठ की वजह बेरोजगारी
राहुल गांधी ने संसद में घुसपैठ की वजह एक फिर बेरोजगारी को बताया है। राहुल गांधी ने कहा, "कुछ दिन पहले संसद भवन में दो-तीन युवा कूदकर अंदर आ गए। उन्हें कूदते हुए हम सबने देखा। वे अंदर आए, उन्होंने थोड़ा धुआं फैलाया, भाजपा के सभी सांसद भाग गए... जो अपने आप को देश भक्त कहते हैं उनकी हवा निकल गई... वे अंदर कैसे आए? संसद के अंदर वे गैस का सिलेंडर ले आए?... उन्होंने ये विरोध क्यों किया? उसका कारण क्या था? बेरोज़गारी!... इस देश का युवा आज रोजगार नहीं पा सकता है।"
उन्होंने कहा कि देश के युवा 7.30 घंटे मोबाइल पर बिताते हैं, उनके पास रोजगार नहीं हैं। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने देश को समझती है और न युवाओं को। अग्निवीर जैसी योजना लाकर युवाओं को निराश किया। बीजेपी ने युवाओं के दिल से देशभक्ति के जज्बे को छीन लिया है। ये लड़ाई नफरत और मोहब्बत के बीच है।
नफरत के बाजार में हम मुहब्बत की दुकान खोल रहे
राहुल गांधी ने कहा, "हम सब विपक्ष के नेता और विपक्ष के कार्यकर्ता एक साथ खड़े हैं। ये लड़ाई नफरत और मोहब्बत के बीच की लड़ाई है। नफरत के बाजार में हम मुहब्बत की दुकान खोल रहे हैं। जितनी आप नफरत फैलाओगे... उतना INDIA गठबंधन मोहब्बत फैलाएगा..."
60 प्रतिशत जनता का मुंह बंद किया
राहुल गांधी का कहना था, ‘‘निलंबित सांसद सिर्फ व्यक्ति नहीं, बल्कि वे हिंदुस्तान की जनता की आवाज हैं। आपने (सरकार) सिर्फ (लगभग) 150 सांसदों का अपमान नहीं किया है, बल्कि 60 प्रतिशत जनता का मुंह बंद किया है।’’ सदन में तख्तियां लहराने और नारे लगाने के आरोप में शीतकालीन सत्र में कुछ दिनों के भीतर ही 146 सांसदों को लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया ।
कुछ सदस्यों के मामले विशेषाधिकार समिति के पास
इनमें से ज्यादातर सदस्यों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया गया था और सत्र समाप्ति के बाद उनका निलंबन भी स्वत: ही समाप्त हो चुका है। लेकिन कुछ सदस्यों के मामले को विशेषाधिकार समिति के विचारार्थ भेजा गया था और समिति की रिपोर्ट आने तक उनका निलंबन जारी रहेगा। शीतकालीन सत्र के लिए दोनों सदनों की बैठक बृहस्पतिवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के सांसद 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई चूक की घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से बयान की मांग कर रहे थे