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Hindi News भारत राजनीति इन बीजेपी सांसदों ने विवादित बयान देकर पार्टी को मुश्किल में डाला, अब टिकट काटकर आलाकमान ने दिया सख्त संदेश

इन बीजेपी सांसदों ने विवादित बयान देकर पार्टी को मुश्किल में डाला, अब टिकट काटकर आलाकमान ने दिया सख्त संदेश

भारतीय जनता पार्टी ने अपनी दो सूचियों में कई सिटिंग सांसदों का टिकट काटा है। इसके जरिए पार्टी ने संदेश दिया है कि वह विवादित बयान देने वाले नेताओं को नहीं माफ़ नहीं करेगी।

BJP- India TV Hindi Image Source : INDIA TV इन बीजेपी सांसदों ने विवादित बयान देकर पार्टी को मुश्किल में डाला था, अब पार्टी ने इनका टिकट काट दिया है

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करना शुरू कर दिया है। पार्टी अब तक दो चरणों में कुल 267 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है। बीजेपी की पहली लिस्ट 9 मार्च को आई थी। इसमें 195 उम्मीदवारों का नाम था। वहीं दूसरी सूची 13 मार्च को आई, जिसमें 72 उम्मीदवारों के नाम थे। पहली लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और राजनाथ सिंह जैसे कद्दावर नेताओं के नाम थे। वहीं दूसरी सूची में नितिन गडकरी और पीयूष गोयल जैसे नेताओं के नाम का ऐलान किया गया।

बीजेपी ने अब तक घोषित किए 267 उम्मीदवार 

बीजेपी की दोनों सूचियों में 267 नामों का ऐलान हुआ है। इनमें कई नए चेहरों को शामिल किया गया है। इसके साथ ही पार्टी ने अपने कई सिटिंग सांसदों का टिकट भी काटा है। टिकट काटने में पार्टी ने उन सभी सांसदों को ध्यान में रखा, जिन्होंने अपने बयानों से पार्टी के लिए विषम स्थिति पैदा कर दी थी। इसमें फिर चाहे भोपाल से सांसद प्रज्ञा ठाकुर हों या फिर संसद में विवादित शब्द कहकर चर्चा में रमेश बिधूड़ी हों। पार्टी ने उन सभी सांसदों के टिकट काटे, जिससे पार्टी को बैकफुट पर आना पड़ा था।

पहली सूची में कटा प्रज्ञा ठाकुर का टिकट

पार्टी की जब 195 नामों की पहली सूची तो उसमें कई पुराने नाम गायब थे। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा हुई भोपाल से सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर की। उन्होंने 2019 में चुनावी मैदान में उतरते ही महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे को लेकर कई विवादित बयान देने शुरू कर दिए थे। इसके साथ ही उन्होंने अपने एक भाषण में गोडसे को देशभक्त बताया था। यह भाषण उन्होंने संसद में दिया था। इसके बाद उन्हें विपक्षी दलों के विरोध का सामना करना पड़ा था।

इस भाषण के बाद भाजपा ने उनके बयानों की निंदा की और रक्षा पर सलाहकार समिति से भी उन्हें हटा दिया गया था। उन्हें 2019 के शीतकालीन सत्र के दौरान संसदीय दल की बैठकों में भाग लेने से भी रोका गया था। इसके बाद साध्वी प्रज्ञा नहीं मानी और लगातार विवादित बयान देती गईं। और अब इसका परिणाम यह हुआ कि पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उनका टिकट ही काट दिया।

दिल्ली में हुआ सबसे बड़ा बदलाव

एमपी के बाद दिल्ली का रुख करें तो यहां पार्टी ने सबसे बड़ा बदलाव किया। यहां से पार्टी के सात सीटों पर सांसद थे। इन सात में से पार्टी ने इस बार 6 सांसदों का पत्ता साफ़ कर दिया। सिटिंग सांसदों में में से केवल मनोज तिवारी को दोबारा मौका दिया गया। टिकट काटने वालों में रमेश बिधूड़ी, परवेश वर्मा, मीनाक्षी लेखी, गौतम गंभीर, डॉ. हर्षवर्धन सिंह और हंसराज हंस शामिल हैं। इसमें से बिधूड़ी पर बसपा नेता दानिश अली के खिलाफ संसद में आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर उनपर गाज गिरी है। वहीं परवेश वर्मा भी अपने विवादित बयानों को लेकर विवादों में घिरे थे। इसी क्रम में उनका भी टिकट काट दिया गया है।

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