नयी दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के बयान का बचाव करते हुए गुरुवार को कहा कि पिछले 10 वर्षों से संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) नहीं है। ममता ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार से बुधवार को मुंबई में मुलाकात की थी और कांग्रेस नेतृत्व पर परोक्ष रूप से तंज कसते हुए केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) से एकजुट होकर लड़ने की अपील की थी। यह पूछे जाने पर कि क्या वह चाहती हैं कि पवार कांग्रेस नीत यूपीए के अध्यक्ष हों, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘अब कोई यूपीए नहीं है।’
‘पिछले 10 वषों से यूपीए नहीं है’
ओ ब्रायन ने कहा, ‘यह पूरी तरह से तथ्यात्मक है। हम यहां उस बात का बचाव करने के लिए नहीं आए हैं। यदि आप संप्रग के इतिहास पर गौर करें तो पाएंगे कि 13 मई 2004 को चुनाव के नतीजे आए थे। शासन के लिए 16 या 17 मई को संप्रग का गठन हुआ था। 22 मई को डॉक्टर मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। चुनाव बाद यूपीए का गठन करने का स्पष्ट उद्देश्य था और यह बेहतर शासन के लिए था। यह 2014 तक चला। हालांकि, न सिर्फ पिछले एक साल में बल्कि पिछले 10 वषों से यूपीए नहीं है।’
‘कांग्रेस के उस वक्त करीब 150 सांसद थे’
ओ ब्रायन ने कहा, ‘शासन कोई अन्य राजनीतिक दल कर रहा है। कल जो कुछ कहा गया था उसका यही मतलब है।’ उन्होंने कहा कि जहां तक देश के राजनीतिक माहौल की बात है, इन वर्षों में परिदृश्य बदल गया है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के उस वक्त करीब 150 सांसद थे अब 50 हैं। वाम मोर्चा के 62 सांसद थे, लेकिन अब 6 हैं।’ उन्होंने राज्यसभा से 12 सदस्यों को निलंबित किये जाने और मीडिया पर लगाये गये प्रतिबंधों को लेकर भी सरकार की आलोचना की और कहा, ‘बीजेपी नहीं चाहती है कि संसद चले। सरकार संसद के प्रति उत्तरदायी है और संसद जनता के प्रति उत्तरदायी है।’
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