चेन्नई: तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने जेल में बंद मंत्री वी. सेंथिल बालाजी को तत्काल प्रभाव से मंत्रिपरिषद से बर्खास्त कर दिया है। राज भवन की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, सेंथिल बालाजी ‘नौकरी के बदले में नकदी लेने और धन शोधन समेत भ्रष्टाचार के कई मामलों में गंभीर आपराधिक कार्रवाई का सामना कर रहे हैं।’ अभी वह एक आपराधिक मामले में न्यायिक हिरासत में हैं, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रहा है। विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘इन परिस्थितियों के तहत राज्यपाल ने सेंथिल बालाजी को तत्काल प्रभाव से मंत्रिपरिषद से बर्खास्त कर दिया है।’
12 जुलाई तक बढ़ गई थी न्यायिक हिरासत
बता दें कि तमिलनाडु में चेन्नई की एक अदालत ने मनी लॉन्ड्रिंग के केस में गिरफ्तार तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी की न्यायिक हिरासत बुधवार को 12 जुलाई तक बढ़ा दी थी। बालाजी कावेरी अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए प्रधान सत्र अदालत के न्यायाधीश एस. अल्ली के समक्ष पेश हुए थे। बालाजी की बर्खास्तगी को सूबे के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन और उनकी सरकार के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
ED ने 14 जून को किया था गिरफ्तार
इससे पहले बुधवार को प्रधान सत्र अदालत के जज ने गिरफ्तार मंत्री के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और उनकी हिरासत 12 जुलाई तक बढ़ा दी थी। बता दें कि ईडी ने 14 जून को सेंथिल बालाजी को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत गिरफ्तार किया था। बाद में जांच के दौरान बेचैनी और सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें यहां ओमांदुरार सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रधान सत्र अदालत के जज ने उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। इसके बाद सेंथिल बालाजी को कावेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी बाईपास सर्जरी की गई।
किस केस में हुई है बालाजी की गिरफ्तारी?
तमिलनाडु के बिजली और आबकारी मंत्री बालाजी को ED ने पैसे लेकर नौकरी देने से जुड़े कथित घोटाले के सिलसिले में PMLA के तहत गिरफ्तार किया है। यह कथित घोटाला तब हुआ था जब वह दिवंगत जे जयललिता के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (AIADMK) सरकार में परिवहन मंत्री थे। बता दें कि बालाजी की गिरफ्तारी के बाद भी उनको मंत्री बनाए रखने पर सवाल उठ रहे थे। विपक्षी दल अन्नाद्रमुक के महासचिव एडापड्डी के. पलानीस्वामी ने इस मुद्दे को उठाते हुए हाल ही में कहा था कि इससे एक गलत उदाहरण स्थापित हो रहा है।
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