Tamil Nadu: ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम या AIADMK के जॉइंट को-ऑर्डिनेटर ई. के. पलानीस्वामी (EK Palaniswami) ने शुक्रवार को उत्तरी तमिलनाडु में जमकर शक्ति प्रदर्शन किया। इससे एक दिन पहले पार्टी के उनके साथी और को-ऑर्डिनेटर ओ. पन्नीरसेल्वम (O Panneerselvam) ने पार्टी में एकल नेतृत्व के पलानीस्वामी के खेमे के प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया था। ऐसे में पार्टी में नेतृत्व के लिए चल रही रस्साकशी अब तेज हो गई है।
पलानीस्वामी का हुआ जोरदार स्वागत, बरसाए गए फूल
एक ओर जहां पलानीस्वामी और पन्नीरसेल्वम दोनों के समर्थक पार्टी पदाधिकारियों के बीच अपने-अपने नेताओं के लिये समर्थन जुटाने को लेकर गुपचुप बैठकें करने में जुटे हैं, तो दूसरी ओर 23 जून को होने वाली पार्टी की आम परिषद की बैठक से पहले इस विवाद को सुलझाने के लिए भी बातचीत जारी है। बता दें कि तिरुवन्नामलाई जिले में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले पलानीस्वामी का उनके समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया। पार्टी समर्थकों ने पलानीस्वामी की कार पर फूल बरसाए और उन्हें ‘भविष्य का महासचिव’ करार देते हुए उनका गुणगान किया।
पार्टी में अभी चल रही है दोहरे नेतृत्व वाली व्यवस्था
पूरे इलाके में पलानीस्वामी को ‘पार्टी महासचिव’ बताते हुए पोस्टर लगाए गए थे। इससे पहले पार्टी प्रमुख और सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता इस पद पर काबिज थीं, जिनका वर्ष 2016 में निधन हो गया था। जयललिता के निधन के बाद पार्टी में दोहरे नेतृत्व (dual leadership) वाली व्यवस्था कायम की गई जिसे अब पलानीस्वामी के समर्थक चुनौती दे रहे हैं। तिरुवन्नामलाई के पोलूर में एक सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री एस. एस कृष्णमूर्ति ने AIADMK की ‘सिंगल लीडरशीप’ की मांग को लेकर पलानीस्वामी की तारीफ की।
सिंगल लीडरशीप के प्रस्ताव के पक्ष में नहीं हैं पन्नीरसेल्वम
खास बात यह है कि कृष्णमूर्ति ने जब यह बात कही तब पलानीस्वामी मंच पर उनके साथ खड़े थे। हालांकि पलानीस्वामी ने इस मुद्दे का विशेष रूप से कोई जिक्र नहीं किया। इससे पहले, गरुवार को ओ. पन्नीरसेल्वम ने साफ कर दिया था कि वह सिंगल लीडरशीप के प्रस्ताव के पक्ष में नहीं हैं। पन्नीरसेल्वम ने कहा था कि उनकी और पलानीस्वामी की सहमति के बिना पार्टी की बैठक में कोई प्रस्ताव पेश नहीं किया जा सकता।
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