'सत्यपाल मलिक की बातों को गंभीरता से ले केंद्र सरकार', BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ये बात भी कही
स्वामी ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार को सत्यपाल मलिक द्वारा पुलवामा आतंकी हमले के बारे में कही गई बातों को गंभीरता से लेना चाहिए।
पटना: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा पुलवामा आतंकी हमले के बारे में जो भी दावे किए गए हैं, वह सुर्खियों में बने हुए हैं। इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने केंद्र सरकार को ये सलाह दी है कि मलिक की बातों को गंभीरता से लेना चाहिए।
स्वामी ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार को सत्यपाल मलिक द्वारा पुलवामा आतंकी हमले के बारे में कही गई बातों को गंभीरता से लेना चाहिए। गौरतलब है कि मलिक ने हालही में दावा किया था कि 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद (इसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे) जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के रूप में उन्होंने कुछ खामियों की ओर इशारा किया था, लेकिन उन्हें चुप रहने के लिए कहा गया था।
स्वामी ने क्या कहा?
स्वामी ने कानून के छात्रों के एक सम्मेलन से इतर कहा, 'मैं 1977 से सत्यपाल मलिक को जानता हूं, वह बहुत सीनियर नेता हैं। वह पूर्व सांसद, केंद्रीय मंत्री और तीन राज्यों के राज्यपाल भी रहे। उनकी राजनीतिक हैसियत बहुत ऊंची रही है। मैंने उन्हें कभी झूठ बोलते नहीं सुना। इसलिए केंद्र को इस पर ध्यान देना चाहिए कि उन्होंने पुलवामा हमले के बारे में क्या कहा।'
स्वामी ने कहा, 'जांच एजेंसियां उनसे उनके दावों के सबूत के बारे में सम्मानपूर्वक पूछ सकती हैं, जिससे वे मामले में कार्रवाई कर सकें। उन्हें कोई खतरा नहीं होना चाहिए या उनके घर पर छापेमारी नहीं होनी चाहिए। पुलवामा हमला एक बहुत ही दर्दनाक घटना थी और अगर हमारी ओर से हुई कुछ चूक के कारण यह हादसा हुआ, तो इस मामले में कार्रवाई की जानी चाहिए। इसलिए उन्होंने जो कुछ भी कहा है, उस पर गौर करने की जरूरत है।'
शराब पीने वाले देशद्रोही: स्वामी
स्वामी ने राज्य (बिहार) में शराबबंदी का भी समर्थन करते हुए कहा कि सिर्फ सिगरेट पीने से कैंसर होता है, मगर शराब पीने से दिमाग खराब हो जाता है। उन्होंने शराब पीने वालों को देशद्रोही करार दिया। हालांकि जब से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अप्रैल 2016 में शराब की बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगाया है, तब से राज्य में अवैध शराब के सेवन से बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
स्वामी ने कहा, 'मैंने अपने पूरे जीवन में कभी भी सिगरेट या शराब को छुआ नहीं है। लोगों को शराब पीना छोड़ देना चाहिए और 'रसम' पीना चाहिए। लोगों के लिए यह मानना गलत है कि शराब पुरुष होने का प्रतीक है। शराब पीना हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं है।'
नीतीश कुमार के बारे में पूछे जाने पर स्वामी ने कहा, 'नीतीश कुमार और एनडीए में एक ही डीएनए है। मैं सोच रहा हूं कि क्या वह एनडीए में वापस आएंगे। मुझसे मिलने के बाद वह अपना विचार बदल सकते हैं।' (इनपुट: आईएएनएस)
ये भी पढ़ें:
लकड़ी लेने जंगल गया था शख्स तभी हाथी को आ गया गुस्सा, पैरों से कुचलकर ली जान, जानें पूरा मामला