Sonia Gandhi National Herald Case : कांग्रेस ने सोनिया गांधी को प्रवर्तन निदेशालय(ED) द्वारा पूछताछ के लिए बुलाए जाने को लेकर बृहस्पतिवार को नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार पर तीखा प्रहार किया और आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ED का दुरुपयोग कर रही है और भारतीय जनता पार्टी (BJP) का नेतृत्व अब ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ नहीं, बल्कि ‘विपक्ष मुक्त भारत’ चाहता है।
सोनिया गांधी आवास पर जाकर ED बयान ले सकती थी-गहलोत
पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि केंद्र सरकार के इस कदम से कांग्रेस और उसके नेता और कार्यकर्ता झुकने वाले नहीं हैं। गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सोनिया जी को पूछताछ को बुलाए जाने की मैं निंदा करता हूं। बेहतर होता कि उनके आवास पर जाकर उनका बयान लेते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम डरने और घबराने वाले नहीं हैं। सोनिया जी जबसे देश में आईं हैं उन पर हमले हो रहे हैं। सोनिया जी ने जिस तरह से भारत की संस्कृति और संस्कार को अपनाया है, वो अपने आप में एक मिसाल है। उन्होंने जो जीवन जिया है और पार्टी के लिए जो किया है, उसे कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता कभी भूल नहीं सकते।’’
सोनिया गांधी ने पूरे देश का दिल जीता
गहलोत ने कहा, ‘‘सोनिया गांधी जी एक ऐसी नेता हैं जिन्होंने पूरे देश का दिल जीता है।’’ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘राजनीति में दुश्मन नहीं होना चाहिए। ये लोग विपक्ष को दुश्मन मानते हैं। पहले ये कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे, अब ये ‘विपक्ष मुक्त भारत’ चाहते हैं।’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘ईडी विरोधी दलों की सरकारों को गिराने का एक बड़ा हथियार हो गयी है। इससे घटिया बात कुछ नहीं हो सकती। जांच एजेंसी का दुरुपयोग करके सरकारें गिराई जा रही हैं। पता नहीं ये लोग अपनी अंतरात्मा को कैसे जवाब देते होंगे।’’ उनका कहना था, ‘‘देश में भय, घुटन का माहौल है। इसको समझने का प्रयास नहीं किया जा रहा है।’’
गांधी परिवार को बनाया जा रहा है निशाना
गहलोत ने कहा, ‘‘ये लोग गांधी परिवार को निशाना बना रहे हैं क्योंकि इस परिवार ने देश की आजादी से लेकर देश के निर्माण तक में व्यापक योगदान दिया है, भारत के लिए बलिदान दिया है। लेकिन इन लोगों (भाजपा) का आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं है। ये ‘अमृतकाल’ मना रहे हैं, इन्हें बताना चाहिए कि आजादी में इनकी विचारधारा के लोगों का क्या योगदान था।’’ राहुल गांधी से हुई पूछताछ का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आज तक मैंने नहीं देखा कि किसी से पांच दिनों तक बुलाकर पूछताछ की जाए। बड़े-बड़े मामलों में ऐसा नहीं होता।’’ उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से पूछताछ का मकसद सिर्फ पार्टी के नेताओं और समर्थकों को हतोत्साहित करना है।
इनपुट-भाषा
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