सीताराम येचुरी के निधन पर पीएम मोदी ने जताया दुख, राहुल गांधी ने लिखा- वह देश को भलीभांति समझते थे
राहुल गांधी ने लिखा कि सीताराम येचुरी उनके अच्छे दोस्त थे। वह देश को भलीभांति समझते थे। उनके साथ लंबी चर्चाएं याद रहेंगी।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी का 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया। लंबी बीमारी के बाद उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। वरिष्ठ नेता के निधन से भारतीय राजनीति में शोक की लहर है और कई बड़े नेताओं ने इस पर अपना दुख जाहिर किया है। पीएम मोदी ने उनके निधन पर दुख जाहिर करते हुए लिखा "सीताराम येचुरी जी के निधन से दुखी हूं। वे वामपंथ के अग्रणी नेता थे और सभी राजनीतिक दलों से जुड़ने की अपनी क्षमता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने एक प्रभावी सांसद के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।"
राहुल गांधी ने सीताराम येचुरी के साथ अपनी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा "सीताराम येचुरी जी मेरे मित्र थे। भारत के विचार के रक्षक और हमारे देश की गहरी समझ रखने वाले। मुझे हमारी लंबी चर्चाएं याद आएंगी। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, मित्रों और अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।"
गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा "माकपा महासचिव एवं पूर्व राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी जी के निधन की खबर सुनकर दुःख हुआ। उनका निधन राजनीतिक क्षेत्र के लिए एक क्षति है। मैं उनके परिवारजनों एवं मित्रों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर उन्हें इस कठिन समय को सहने की शक्ति प्रदान करें।"
ममता बनर्जी ने लिखा "यह जानकर दुख हुआ कि सीताराम येचुरी का निधन हो गया है। मैं जानती हूं कि वे एक अनुभवी सांसद थे और उनका निधन राष्ट्रीय राजनीति के लिए एक क्षति है। मैं उनके परिवार, मित्रों और सहकर्मियों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं।"
प्रियंका गांधी ने लिखा "सीताराम येचुरी का निधन हम सभी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। हमारे देश के लिए उनकी वर्षों की सेवा और समर्पण अत्यंत सम्मान के योग्य है। सबसे बढ़कर, वे एक सहज रूप से सभ्य इंसान थे, जिन्होंने राजनीति की कठोर दुनिया में संतुलन और सौम्यता की भावना लाई। उनकी आत्मा को शांति मिले और उनके प्रियजनों को इस दुख का सामना करने की शक्ति और साहस मिले।"
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने लिखा "वरिष्ठ माकपा नेता सीताराम येचुरी जी के निधन से बहुत दुखी हूं। वे एक ऐसे दिग्गज थे जो भारतीय राजनीति में सबसे सम्मानित लोगों में से एक बन गए। वे मुद्दों पर अपने बौद्धिक दृष्टिकोण और जमीनी स्तर पर लोगों से जुड़ाव के लिए जाने जाते थे। राजनीतिक स्पेक्ट्रम के सभी नेताओं के साथ उनकी व्यावहारिक बहस ने उन्हें अपनी पार्टी से परे पहचान दिलाई। उनके परिवार, साथियों और अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। उनकी आत्मा को शांति मिले।"
अखिलेश यादव ने लिखा "देश के वरिष्ठ राजनेता एवं सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी जी का निधन, अत्यंत दुःखद ! इश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने का संबल प्राप्त हो। भावभीनी श्रद्धांजलि !"