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Hindi News भारत राजनीति प्रियंका गांधी के वायनाड से उपचुनाव लड़ने के फैसले पर शशि थरूर ने दिया बयान, जानें क्या कहा

प्रियंका गांधी के वायनाड से उपचुनाव लड़ने के फैसले पर शशि थरूर ने दिया बयान, जानें क्या कहा

प्रियंका गांधी वायनाड से उपचुनाव लड़ेंगी। इसे लकर शशि थरूर ने कहा कि लोकसभा में उनकी मौजूदगी से विपक्षी दलों को मजबूती मिलेगी और वायनाड के लोगों को संसद में उनका प्रतिनिधित्व करने के लिए एक बहुत मजबूत व्यक्ति मिलेगा।

शशि थरूर और प्रियंका गांधी- India TV Hindi Image Source : PTI शशि थरूर और प्रियंका गांधी

2019 के लोकसभा चुनाव में पहली बार वायनाड लोकसभा सीट सुर्खियों में आया था, जब राहुल गांधी अमेठी के साथ वायनाड से भी चुनावी मैदान में उतरे थे। 2024 के लोकसभा चुनाव में भी राहुल गांधी ने दो सीटों से चुनाव लड़ने का फैसला लिया। राहुल ने वायनाड के साथ रायबरेली से जीत दर्ज की। जीत के बाद उन्होंने रायबरेली से सांसद बने रहने का फैसला किया है। केरल की वायनाड सीट से राहुल के इस्तीफे के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा यहां से उपचुनाव लड़ेंगी, जो पहली बार चुनावी राजनीति में प्रवेश करेंगी। इस बीच, प्रियंका गांधी को लेकर शशि थरूर का बयान सामने आया है। 

तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि लोकसभा में प्रियंका गांधी की मौजूदगी से विपक्षी दलों को मजबूती मिलेगी और वायनाड के लोगों को संसद में उनका प्रतिनिधित्व करने के लिए एक बहुत मजबूत व्यक्ति मिलेगा। थरूर ने नेय्याट्टिनकारा विधानसभा क्षेत्र में अपने 'आभार जताने' के अभियान के दौरान कहा कि प्रियंका चुनाव प्रचार के दौरान बहुत प्रभावी वक्ता रही हैं और उन्हें खुशी है कि उन्होंने केरल से चुनावी राजनीति में प्रवेश करने का फैसला किया। 

राहुल गांधी को लेकर क्या बोले थरूर?

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि राहुल जी को रायबरेली सीट अवश्य ही अपने पास रखना चाहिए, यह उत्तर प्रदेश और सामान्य रूप से उत्तर भारत के लोगों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण संकेत है।" खुले वाहन में सवार होकर निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करते हुए मतदाताओं का आभार व्यक्त कर रहे थरूर ने कहा, "साथ ही, राहुल गांधी यह भी महसूस नहीं करना चाहते थे कि वह वायनाड के लोगों को छोड़ रहे हैं और इसे अपनी बहन को सौंपना बेहतर है, इसलिए मुझे लगता है कि यह एक शानदार फैसला है।" 

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से उनकी प्राथमिकता भी यही थी, जब यह स्पष्ट हो गया था कि राहुल को इनमें से किसी एक को चुनना है। थरूर ने कहा, "मैं निश्चित रूप से यह उल्लेख कर सकता हूं कि पिछले कुछ हफ्तों से यह मेरी अपनी प्राथमिकता थी, जब यह स्पष्ट हो गया था कि उन्हें इनमें से किसी एक को चुनना है और मुझे लगा कि यह सही विकल्प है और मैं इसकी दिल से सराहना करता हूं।" 

"वाराणसी में भी बेहतरीन उम्मीदवार हो सकती थीं"

उन्होंने कहा कि प्रियंका वाराणसी में भी एक बेहतरीन उम्मीदवार हो सकती थीं, खासकर यह देखते हुए कि कांग्रेस उम्मीदवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कितना अच्छा प्रदर्शन किया। थरूर को लगता है कि प्रियंका वायनाड सीट पर आसानी से जीत हासिल करेंगी। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि वायनाड सीट जीत कर वह संसद में बहुत मजबूत आवाज बनेंगी। हम सभी ने उन्हें चुनाव प्रचार के दौरान बोलते हुए देखा है। वह हमारे पास मौजूद सबसे प्रभावशाली वक्ताओं और प्रचारकों में से एक हैं और उनका लोकसभा में होना पार्टी के लिहाज से भी अच्छा होगा।" 

"परिवारवादी होने का आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है"

उन्होंने कहा कि एक परिवार को निशाना बनाना और उस पर 'परिवारवादी' होने का आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है, जबकि यह व्यवस्था हमारी संस्कृति में समाहित है। उन्होंने कहा कि खबरों के अनुसार, बीजेपी के 15 सांसद राजनीतिक परिवारों से हैं और यह कम आकलन होगा, क्योंकि कई और सांसद राजनीतिक परिवारों से आते होंगे। थरूर ने कहा, "हमारी संस्कृति में डेंटिस्ट चाहते हैं कि उनके बच्चे डेंटिस्ट बनें, कलाकार चाहते हैं कि उनके बच्चे कलाकार बनें और राजनीति में भी यही होता है।" इस बात से थरूर ने इंकार किया कि उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान तिरुवनंतपुरम जिले के कांग्रेस नेताओं के प्रदर्शन पर निराशा व्यक्त करते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से शिकायत की है। उन्होंने कहा "नहीं, मैंने किसी से शिकायत नहीं की। हम सभी ने अपना काम किया है, पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपना काम किया है और हमें जीत की बात करनी है।" (भाषा)

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