लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 6 चरणों का मतदान समाप्त हो चुका है। इस बीच अब अब सातवें चरण के मतदान की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं। 1 जून को सातवें चरण का मतदान किया जाएगा। इस दिन 8 राज्यों की 57 सीटों पर मतदान किया जाएगा। ऐसे में चुनावी जनसभाओं का दौर जारी है। अलग-अलग दलों के नेताओं द्वारा चुनावी जनसभाएं की जा रही है। साथ ही बयानबाजियां भी खूब की जा रही है। लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान एक चीज जो सबसे अधिक सुनने को मिली, वो थी धर्म के नाम पर मिलने वाला आरक्षण। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस भी रैली में गए उन्होंने विपक्ष पर इसे लेकर निशाना साधा।
धर्म के नाम पर आरक्षण, पीएम मोदी ने भी साधा निशाना
पीएम मोदी ने पिछले कुछ दिनों में जितनी भी रैलियां की हैं, उन रैलियों में धर्म के नाम पर आरक्षण दिए जाने को लेकर उन्होंने विपक्ष को खूब घेरा। मऊ की घोसी लोकसभा सीट पर रैली करने पहुंचे पीएम मोदी ने कहा था कि इंडी गठबंधन वाले धर्म के नाम पर आरक्षण देना चाहते हैं। कई शैक्षणिक संस्थानों में इन्होंने मुसलमानों को धर्म के नाम पर आरक्षण दिया और दलित, एससी, एसटी, आदिवासी समाज के लोगों को उन संस्थानों में आरक्षण से वंचित कर दिया। इसी मामले पर अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी बयान दिया है।
सपा ने मुस्लिमों को आरक्षण देने की वकालत की
सीएम योगी ने कहा, "धर्म के आधार पर आरक्षण असंवैधानिक है। बाबा साहेब अंबेडकर ने भारत की संविधान सभा में इसका विरोध किया था। सबके बावजूद कांग्रेस और INDI गठबंधन के लोगों में मुस्लिम आरक्षण देने की एक होड़ सी लगी है। 2006 में जस्टिस रंगनाथ मिश्रा कमेटी गठित करके कांग्रेस ने OBC का हिस्सा काट कर के मुस्लिमों को देने का प्रयास किया था... कांग्रेस की जब आंध्र-प्रदेश में सरकार थी उन्होंने वहां के OBC आरक्षण को मुस्लमानों को दिया था। कांग्रेस की कर्नाटक सरकार ने मुस्लमानों की सभी जातियों को OBC में शामिल करके OBC के आरक्षण में सेंध लगाया है। 2012 और 2014 के घोषणा पत्र में सपा ने मुस्लिमों को आरक्षण देने की वकालत की थी। भाजपा SC, ST और OBC आरक्षण को सुरक्षित रखने के लिए किसी प्रकार के मुस्लिम आरक्षण का विरोध करती है।"
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