पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर RSS ने जताया शोक, कहा-उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा भारत
भारत में आर्थिक सुधारों के जनक मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार रात को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे।
नई दिल्ली: देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने भी शोक जताया है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और इसके महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के लिए उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री एवं देश के वरिष्ठ नेता डॉ.मनमोहन सिंह के निधन से पूरा देश अत्यंत दुखी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उनके परिवार एवं प्रियजनों तथा अनगिनत प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है।’’
बयान में कहा गया कि सिंह साधारण पृष्ठभूमि से आते थे, बावजूद इसके उन्होंने देश के सर्वोच्च पद को सुशोभित किया। उन्होंने बयान में कहा, ‘‘प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ.सिंह के भारत के लिए योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। हम ईश्वर से दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करने की प्रार्थना करते हैं।’’
भारत में आर्थिक सुधारों के जनक मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार रात को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। कांग्रेस नेता सिंह 2004 से 2014 तक, 10 वर्ष देश के प्रधानमंत्री रहे और उससे पहले उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में देश के आर्थिक ढांचे को मजबूत करने में मदद की। वह वैश्विक वित्तीय और आर्थिक क्षेत्रों में एक प्रसिद्ध नाम थे।
पीएम मोदी ने राष्ट्र की बड़ी क्षति बताया
इसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति बताया है। उन्होंने कहा कि साधारण पृष्ठभूमि से आने के बावजूद वह देश के कुछ सबसे महत्वपूर्ण पदों पर पहुंचे। पीएम मोदी ने एक प्रतिष्ठित सांसद के रूप में उनकी सराहना करते हुए कहा कि सिंह का जीवन उनकी ईमानदारी और सादगी का प्रतिबिंब है। प्रधानमंत्री ने सुधारों के प्रति सिंह की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहा कि देश के विकास में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह का जीवन भविष्य की पीढ़ियों के लिए हमेशा एक सीख के रूप में काम करेगा कि कैसे कोई व्यक्ति अभावों और संघर्षों से ऊपर उठकर सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकता है। मनमहोन सिंह वित्त मंत्री और दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे।