शिमला: हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा चुनाव में बहुत बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। इस चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन की जीत हुई है। वहीं कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी की हार हुई है। दोनों उम्मीदवारों को 34-34 वोट मिले। बीजेपी ने टॉस के जरिए चुनाव जीता।
राज्यसभा चुनाव में हारने पर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि क्रॉस वोटिंग करने वाले 9 विधायक कल रात तक हमारे साथ थे। बता दें कि कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है, जिसकी वजह से 34-34 का आंकड़ा आया।
क्या है पूरा मामला?
हिमाचल प्रदेश राज्यसभा सीट का चुनाव फंस गया था। दरअसल बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही उम्मीदवारों को 68 विधायकों में से 34-34 वोट मिले। बीजेपी पोलिंग एजेंट हेलीकॉप्टर के माध्यम से वोटिंग के लिए लाए गए बीमार कांग्रेस विधायक सुदर्शन बबलू के वोट को आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए वोट रद्द करवाने की मांग पर अड़े। फिर मामला इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया को भेजा गया। जिसमें पर्ची निकाली गई और उसमें जीत हुई है।
सीएम सुक्खू ने लगाए गंभीर आरोप
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस के 5 से 6 विधायकों को अगवा कर लिया गया और उन्हें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और हरियाणा पुलिस के काफिले में साथ ले जाया गया।
उन्होंने यह भी कहा कि इन विधायकों के परिजन उनसे (विधायकों से) संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। ‘क्रॉस वोटिंग’ (पार्टी व्हिप से हटकर मतदान करने) को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस में जारी चिंताओं के बीच राज्य से राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए मतदान खत्म होने के कुछ घंटे बाद यह आरोप लगाया गया है। सुक्खू ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भाजपा गुंडागर्दी में लिप्त है, जो लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।
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