Railway Concession to Senior Citizen: भारत सरकार ने रेल से सफर करने वाले बजुर्ग यात्रियों को किराये में दी जाने वाली छूट को बंद करने का फैसला किया है। इसको लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को घेरा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रेल किराये में वरिष्ठ नागरिकों को छूट नहीं दिए जाने को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। राहुल ने कहा कि सरकार के पास 8400 करोड़ रुपये का हवाई जहाज खरीदने के लिए पैसे हैं, लेकिन रेल किराये में बुजुर्गों को रियायत देने के लिए 1500 करोड़ रुपये नहीं हैं।
"मित्रों के लिए तारे तक तोड़ लाएंगे..."
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘विज्ञापनों का ख़र्च: 911 करोड़ रुपये, नया हवाई जहाज़: 8,400 करोड़ रुपये, पूंजीपति मित्रों के टैक्स में छूट: 1,45,000 करोड़ रुपये प्रति वर्ष, लेकिन सरकार के पास बुज़ुर्गों को रेल टिकट में छूट देने के लिए 1500 करोड़ रुपये नहीं हैं।’’ राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘मित्रों के लिए तारे तक तोड़ कर लाएंगे, मगर जनता को कौड़ी-कौड़ी के लिए तरसाएंगे।’’
वरिष्ठ नागरिकों को किराये में नहीं मिलेगी छूट
गौरतलब है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में कहा था कि कोविड महामारी का रेलवे की आर्थिक स्थिति पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ा है और ऐसे में सीनियर सिटिजन समेत कई श्रेणियों के किराये में छूट का दायरा बढ़ाना ठीक नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि इन चुनौतियों के बावजूद भारतीय रेल ने दिव्यांगजनों की चार श्रेणियों, रोगियों और छात्रों की 11 कैटेगरी में किराये में छूट देना जारी रखा है।
पहले मिलती थी 50 फीसदी की छूट
बता दें कि कोरोना महामारी से पहले 60 साल से अधिक उम्र के लोगों यानी सीनियर सिटीजंस को रेल टिकट पर 50% की छूट मिलती थी। लेकिन कोरोना काल में जब रेल सेवा बंद की गई तो इस छूट को खत्म कर दिया गया था। जब दोबारा रेल सेवाएं शुरू की गईं तो रेलवे ने इस छूट को बहाल नहीं किया है। इतना ही नहीं सरकार ने साफ किया कि उसका आगे भी सीनियर सिटीजंस को किराए में मिलने वाली छूट देने का कोई इरादा नहीं है।
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