कोलकाता: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर अब असम से पश्चिम बंगाल में दाखिल हो चुके हैं। इस बीच राज्य में उन्हें प्रशासनिक बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। राज्य में बड़ी प्रशासनिक बाधाओं की आशंका के चलते रैली के कार्यक्रम में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। आज जैसे ही गांधी के नेतृत्व में रैली ने पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले के तुफानगंज उपखंड के बशीरहाट में बंगाल क्षेत्र में प्रवेश किया, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और पांच बार के पार्टी लोकसभा सदस्य अधीर रंजन चौधरी सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने उनका स्वागत किया।
स्वागत मंच को हटाया
इस बीच रैली के बंगाल की सीमा में प्रवेश के बाद से ही इसमें प्रशासनिक बाधाएं आनी शुरू हो गई हैं। राहुल गांधी के स्वागत के लिए जो मूल मंच बनाया गया था, उसे तोड़कर एक प्राइवेट जगह पर वैकल्पिक तौर पर बनाया गया।
प्राइवेट प्लेस पर बना नया मंच
कूचबिहार जिले के वरिष्ठ कांग्रेस नेता एम.एम. हुसैन ने कहा, 'पुलिस ने मूल मंच को नष्ट कर दिया। पुलिस का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलिस की अनुमति के बिना मंच खड़ा किया गया था। इसलिए हमें सड़क के विपरीत दिशा में एक प्राइवेट जगह पर वही स्वागत मंच बनाना पड़ा।'बता दें कि बुधवार को ही तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस साल होने वाले लोकसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर अपनी पार्टी के अकेले चुनाव लड़ने की आधिकारिक घोषणा की।
जलपाईगुड़ी के कार्यक्रम में भी बदलाव
राज्य कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जिला पुलिस अधिकारियों के आग्रह के बाद 28 जनवरी को जलपाईगुड़ी शहर में न्याय यात्रा के कार्यक्रम को भी कुछ हद तक बदलना होगा। राज्य के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा,'जिला पुलिस ने हमें सूचित किया है कि न्याय यात्रा रैली रविवार को दोपहर 2 बजे के बाद ही जलपाईगुड़ी शहर में प्रवेश करेगी, क्योंकि उस दिन सुबह शहर में पुलिस भर्ती परीक्षा होगी। राहुल गांधी को दोपहर का भोजन उसी स्थान पर करना था जहां उन्हें रैली करनी थी। अब पुलिस विज्ञप्ति के बाद न केवल रैली का कार्यक्रम बदलना पड़ेगा बल्कि उनके दोपहर के भोजन का स्थान भी बदलना पड़ेगा।' (आईएएनएस)
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