Rahul Gandhi ने कहा- संसद में झूठ बोल रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी, वह कांग्रेस से डरते हैं
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद परिसर में कहा, वह कांग्रेस से डरते हैं, उन्हें घबराहट है क्योंकि कांग्रेस सच्चाई बोलती है।
Highlights
- पीएम का पूरा मार्केटिंग का धंधा है, उनके रिश्ते हैं, उनके मित्र हैं, झूठ फैलाया हुआ है: राहुल गांधी
- राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री का पूरा भाषण कांग्रेस के बारे में, जवाहरलाल नेहरू के बारे में था।
- मैंने पहले कहा था कि कोविड से खतरा है तो किसी ने मेरी बात नहीं मानी, पीएम ने भी नहीं मानी: राहुल
नयी दिल्ली: कांग्रेस ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रहार पर पलटवार करते हुए उन पर संसद में ‘झूठ बोलने’ का आरोप लगाया और दावा किया कि वह कांग्रेस से डरते हैं तथा अपनी ‘नाकामी’ छिपाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का नाम ले रहे हैं। विपक्षी पार्टी ने यह दावा भी किया कि कांग्रेस के होने के कारण आज देश का संविधान है और इसीलिए कभी दो सांसदों वाली पार्टी रही बीजेपी सत्ता तक पहुंच गई।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद परिसर में कहा, ‘वह कांग्रेस से डरते हैं, उन्हें घबराहट है क्योंकि कांग्रेस सच्चाई बोलती है। उनका पूरा मार्केटिंग का धंधा है, उनके रिश्ते हैं, उनके मित्र हैं, झूठ फैलाया हुआ है। ऐसे में उनके अंदर डर तो होगा ही। प्रधानमंत्री का पूरा भाषण कांग्रेस के बारे में, जवाहरलाल नेहरू के बारे में था। मगर बीजेपी ने जो किया उसके बारे में प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं बोला। कुछ न कुछ तो है, कोई न कोई डर तो है।’
राहुल ने कहा, ‘मैंने 3 चीजे कहीं थीं। पहली बात यह कि 2 हिंदुस्तान बनाए जा रहे हैं जिनमें से एक करोड़ों लोगों का है और दूसरा कुछ अमीर लोगों के लिए है। दूसरी बात मैंने कही थी कि एक के बाद हमारी सब संस्थाओं पर कब्जा किया जा रहा है जिससे देश का नुकसान हो रहा है। तीसरी बात यह कही थी कि प्रधानमंत्री जी की दिवालिया विदेश नीति के चलते चीन और पाकिस्तान एक हो गए हैं हैं जो देश के लिए बहुत खतरनाक चीज है। प्रधानमंत्री ने इन तीनों बातों का जवाब नहीं दिया।’
राहुल गांधी ने कहा, ‘मैंने पहले कहा था कि कोविड से खतरा है तो किसी ने मेरी बात नहीं मानी, प्रधानमंत्री ने भी नहीं मानी। अब मैंने सदन में बोला है कि चीन और पाकिस्तान से खतरा है, इसे गंभीरता से लेना चाहिए, यह मजाक नहीं है। बाकी के दोनों मुद्दों को भी गंभीरता से लेना चाहिए।’ राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जनता के मुद्दों पर बात करने की बजाय सिर्फ कांग्रेस पर टीका-टिप्पणी की। उन्होंने आरोप लगाया, ‘प्रधानमंत्री ने ऐसी बातें कीं जो देश को बांटने वाली है, जबकि कांग्रेस हमेशा देश को जोड़ने वाली बात करती है।’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘माननीय मोदी जी, आज़ादी के 75वें साल में केवल झूठ-नफ़रत-अहंकार-प्रोपेगेंडा और पूंजीपतियों का 'अमृत-काल' चल रहा है। युवाओं, किसानों, गृहणियों, ग़रीबों, छोटे दुकानदारों और व्यवसाइयों का तो “राहुकाल” चल रहा है। कांग्रेस है इसीलिए कभी दो सांसदों वाली पार्टी आज सत्ता में है, दमन यंत्रों के बीच भी जनता की आवाज़ है, झूठ और प्रोपेगेंडा के बीच भी बेखौफ सच है, जुमलों वाली निकम्मी सरकार की सनक के बीच जनसेवा का धर्म निभाने वाला समर्पित विपक्ष है, पूंजीपतियों की गुलामी नहीं,देश की परवाह है।’
सुरजेवाला ने दावा किया, ‘कांग्रेस है इसीलिए- बाबा साहब का संविधान है, स्वतंत्रता सेनानियों के सपने सच हैं, बापू के विचार और आदर्श जीवंत हैं, परमाणु शक्ति और तकनीकी क्रांति है, हमसे टकराने वाले पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए हैं, वैश्विक मंदी में भी भारत मजबूत रहा है,विपक्ष व असहमति की भी जगह रही है। और जान लें, मोदी सरकार न होती तो - महा-महंगाई का बोझ न होता, 100 रुपये पार पेट्रोल-डीज़ल न होता, 200 रुपये पार खाने का तेल न होता, रुपये 1,000 पार गैस सिलेंडर न होता, 205 प्रतिशत रेल किराया न बढ़ा होता, जूते-चप्पलों पर 18 प्रतिशत टैक्स न लगा होता, लोगों का बजट लूटना सरकार का धर्म न होता।’
कांग्रेस महासचिव सुरजेवाला ने दावा किया, ‘मोदी सरकार न होती तो बेतहाशा बेरोज़गारी की मार न होती, बेरोज़गारी दर 8 प्रतिशत पार न होती, विनिर्माण में 2.70 करोड़ नौकरी न जाती, लॉकडाउन में 12.20 करोड़ की नौकरी न जाती, केंद्र सरकार में 30 लाख पद ख़ाली न होते, ‘डेमोग्रैफ़िक डिवीडेंड डेमोग्रैफ़िक डिज़ास्टर’ न बनता। मोदी सरकार न होती तो कमजोर प्रधान मंत्री चीन के आगे लाचार न होता, डेपसांग प्लेन और गोगरा हॉट स्प्रिंग, लद्दाख़ में चीन सरहदों के इस पार न होता, डोक़लाम में ‘चिकन नेक’ तक चीन की सड़कों का जाल तैयार न होता, एक साल में चीन से 46 प्रतिशत (97 अरब डॉलर) आयात का विस्तार न होता।’
सुरजेवाला ने कहा, ‘मोदी जी, अमर्यादित भाषा और बड़बोले भाषणों से बाज़ आइये, कुछ काम किया हो तो बताइये।’ कांग्रेस प्रवक्ता अजय कुमार ने दावा किया, ‘नेहरू जी का निधन 60 साल पहले हो गया था। लेकिन प्रधानमंत्री आज उन्हें बार-बार याद कर रहे हैं ताकि अपनी नाकामी छिपा सकें। प्रधानमंत्री मोदी इतने कमजोर हैं कि उन्हें नाकामी छिपाने के लिए भी देश के पहले प्रधानमंत्री के नाम का सहारा लेना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री संसद में बार-बार झूठ बोल रहे हैं।’
कांग्रेस प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य शक्ति सिंह गोहिल ने दावा किया कि प्रधानमंत्री चीन का नाम लेने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए मंगलवार को उसे आपातकाल, सिख विरोधी दंगों और कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा कि लोकतंत्र को सबसे बड़ा खतरा परिवारवादी पार्टियों से है। राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए मोदी ने अपनी सरकार की विभिन्न उपलब्धियों का विस्तार से उल्लेख किया और कांग्रेस पर देश के विकास में रोड़े अटकाने का भी आरोप लगाया।