नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि केन्द्र सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए टीके की बूस्टर खुराक दिए जाने संबंधी ‘‘मेरे सुझाव को मान’’ लिया है। गांधी ने साथ ही कहा कि टीके का कवच और बूस्टर खुराक देश के प्रत्येक नागरिक को उपलब्ध कराई जानी चाहिए। कांग्रेस नेता का यह बयान स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को दस जनवरी से ‘एहतियाती खुराक’ दिए जाने संबंधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार को की गई घोषणा के बाद आया है।
प्रधानमंत्री ने देश के नाम अपने संबोधन में कहा था कि 60 वर्ष से अधिक तथा अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों को एहतियाती खुराक चिकित्सकों की सलाह पर दी जाएगी। कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया,‘‘ केन्द्र सरकार ने बूस्टर खुराक के मेरे सुझाव को मान लिया है-यही सही कदम है। टीके का कवच और बूस्टर खुराक देश के सभी नागरिकों को उपलब्ध कराई जानी चाहिए।’’
उन्होंने इसके लिए हैगटैग ‘बूस्टरजैब’’ और ‘‘वैक्सिनेटइंडिया’’ का इस्तेमाल किया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने साथ ही 22 दिसंबर के अपने ट्वीट को भी टैग किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश की आबादी के बड़े हिस्से का अभी भी टीकाकरण नहीं हुआ है, साथ ही उन्होंने प्रश्न किया था कि सरकार कब बूस्टर खुराक की शुरुआत करेगी।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश को संबोधित करते हुए बच्चों की वैक्सीन और 60 साल से ज्यादा आयु के बुजुर्गों के लिए बूस्टर डोज को लेकर बड़ी खुशखबरी दी है। पीएम मोदी ने कहा कि, 15 साल से 18 साल की आयु के बीच के जो बच्चे हैं, अब उनके लिए देश में वैक्सीनेशन प्रारंभ होगा। 2022 में, 3 जनवरी को, सोमवार के दिन से इसकी शुरुआत की जाएगी। पीएम मोदी ने कहा किआज भारत की वयस्क जनसंख्या में से 61 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। इसी तरह, वयस्क जनसंख्या में से लगभग 90 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की एक डोज लगाई जा चुकी है। भारत ने इस साल 16 जनवरी से अपने नागरिकों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया था। ये देश के सभी नागरिकों का सामूहिक प्रयास और सामूहिक इच्छाशक्ति है कि आज भारत 141 करोड़ वैक्सीन डोज के अभूतपूर्व और बहुत मुश्किल लक्ष्य को पार कर चुका है।
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