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Hindi News भारत राजनीति 'जब हमारी सरकार केंद्र में सत्ता संभालेगी, तो पांच की जगह एक GST स्लैब लाएगी'

'जब हमारी सरकार केंद्र में सत्ता संभालेगी, तो पांच की जगह एक GST स्लैब लाएगी'

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने वादा किया कि अगर तेलंगाना में कांग्रेस सरकार बनाती है, तो आदिवासियों के लाभ के लिए वन अधिकार अधिनियम को पूरी तरह से लागू किया जाएगा।

सीनियर कांग्रेस लीडर राहुल गांधी(फाइल फोटो)- India TV Hindi Image Source : PTI सीनियर कांग्रेस लीडर राहुल गांधी(फाइल फोटो)

Hyderabad News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा कि अगर पार्टी केंद्र में सरकार बनाती है तो वस्तु एवं सेवा कर (GST) पर फिर से विचार किया जाएगा। गांधी ने तेलंगाना के महबूबनगर जिले में अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के तहत एक सभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि मौजूदा GST व्यवस्था और 2016 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के नोटबंदी संबंधी फैसले ने छोटे और मध्यम व्यवसायों को तबाह कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘जब हमारी सरकार केंद्र में सत्ता संभालेगी, तो हम जीएसटी पर फिर से विचार करेंगे और केवल एक टैक्स (स्लैब) होगा, न कि पांच (स्लैब)।” 

'बीजेपी और TRS मिलकर काम करते हैं'

राहुल गांधी ने वादा किया कि अगर तेलंगाना में कांग्रेस सरकार बनाती है, तो आदिवासियों के लाभ के लिए वन अधिकार अधिनियम को पूरी तरह से लागू किया जाएगा। सीएम के.चंद्रशेखर राव, जिन्हें केसीआर के नाम से भी जाना जाता है, को राज्य का ‘राजा’ करार देते हुए गांधी ने कहा कि केसीआर का मकसद तेलंगाना के लोगों की जमीन और पैसा हड़पना है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी और TRS मिलकर काम करते हैं और NDA सरकार द्वारा संसद में पेश किए गए सभी विधेयकों का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘एक तरफ भाजपा नफरत फैला रही है और दूसरी तरफ TRS उसका समर्थन करती है। बीजेपी जो चाहती है उसे TRS लोकसभा और राज्यसभा में पूरा करती है।’’ 

'युवा भविष्य को लेकर अनिश्चित हैं'

गांधी ने दावा किया कि बेरोजगारी अपने चरम पर है और युवा, अपनी शिक्षा पर लाखों रुपये खर्च करने के बाद अपने भविष्य को लेकर अनिश्चित हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने मार्च के दौरान आज हथकरघा बुनकरों से मिले और उन्हें पता चला कि GST ने उनका जीवन तबाह कर दिया है। उन्होंने कहा कि हालांकि यात्रा के दौरान प्रतिदिन सात या आठ घंटे पैदल चलना आसान नहीं है, लेकिन लोगों द्वारा दिखाए गए प्यार से ऐसा मुमकिन हो पाता है। मालूम हो कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। 

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