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Hindi News भारत राजनीति राहुल गांधी के आरोपों पर बीजेपी का करारा पलटवार, कहा- 32 डिस्क्वॉलिफाई हुए, आपके लिए क्या अलग कानून बनेगा?

राहुल गांधी के आरोपों पर बीजेपी का करारा पलटवार, कहा- 32 डिस्क्वॉलिफाई हुए, आपके लिए क्या अलग कानून बनेगा?

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज राहुल गांधी ने खुद कहा कि मैं सोच-समझकर बोलता हूं, इसका मतलब है कि उन्होंने 2019 में जो कहा था वह सोच समझकर कहा था।

Ravishankar Prasad, Rahul Gandhi- India TV Hindi Image Source : PTI बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद।

नई दिल्ली: लोकसभा सदस्यता छिनने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी पूर्व सांसद के तौर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए मीडिया के सामने आए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर बरसे। उन्होंने अडानी-मोदी रिश्ते का जिक्र करते हुए सरकार पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद बीजेपी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि अब तक कुल 32 लोग अयोग्य घोषित हुए हैं जिनमें से 6 बीजेपी के भी हैं। बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, क्या राहुल गांधी के लिए अलग कानून बनेगा।

'राहुल गांधी ने पूरे पिछड़े समाज का अपमान किया'
रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी आदत के मुताबिक गलत बयानी की और मुद्दे को भटकाने की कोशिश की। उन्हें 2019 में दिए गए एक भाषण के मामले में सजा हुई है। आज उन्होंने खुद कहा कि मैं सोच-समझकर बोलता हूं, इसका मतलब है कि उन्होंने 2019 में जो कहा था वह सोच समझकर कहा था। राहुल ने कहा था कि ये सारे मोदी चोर क्यों होते हैं। बिहार, पूर्वी भारत और पश्चिमी भारत में मोदी पिछड़े और अति पिछड़े समाज से आते हैं। इसका मतलब है कि राहुल गांधी ने पूरे पिछड़े समाज का अपमान किया था।'

'राहुल गाली देंगे तो पीड़ित को कोर्ट जाने का हक है'
बीजेपी नेता ने कहा, 'आलोचना करने का अधिकार है, गाली देने का अधिकार नहीं है, और राहुल गांधी ने गाली दी थी। अगर राहुल को गाली देने का अधिकार है तो पीड़ित को भी कोर्ट में जाने का अधिकार है। कोर्ट में सुनवाई हुई, उनको अपनी बात रखने का मौका मिला। कोर्ट ने पूछा आप माफी मांगेंगे, उन्होंने कहा कि नहीं। तब यह फैसला हुआ है। राहुल गांधी पर मानहानि के 7 मुकदमे और चल रहे हैं। इस घटनाक्रम का अडानी से कोई लेना देना ही नहीं है।'

'आपके लिए क्या अलग कानून बनेगा?'
रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'राहुल गांधी को सूरत कोर्ट में सजा हुई। उनके पास बड़े-बड़े वकीलों की फौज है। लेकिन उन्होंने इस मामले में वैसी तत्परता नहीं दिखाई जैसी अपने प्रवक्ता पवन खेड़ा के मामले में दिखाई। वहां वह एक घंटे में सुप्रीम कोर्ट से स्टे लाए थे। तो राहुल गांधी के मामले में कांग्रेस खामोश क्यों थी, बीजेपी यह सवाल उठाना चाहती है। देश में कुल 32 लोगों को डिस्क्वॉलिफाई किया गया है, जिसमें 6 बीजेपी के भी लोग हैं। 32 लोग अयोग्य हुए तो उपचुनाव हुआ, आपके लिए क्या अलग कानून बनेगा?' 

'नाखून कटाकर शहीद होने की कोशिश?'
बीजेपी नेता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'देश का कानून है कि आपको 2 साल की सजा होगी तो आप डिस्क्वॉलिफाई हो जाएंगे, ऐसा सुप्रीम कोर्ट ने लिलि थॉमस के केस में कहा है। ऐसा लगता है कि जानबूझकर नाखून कटाकर शहीद होने की कोशिश की गई है, ताकि कर्नाटक के चुनाव में फायदा उठाने की कोशिश की जाए। यह सोची समझी साजिश हो सकती है कि राहुल गांधी को बलिदानी बताओ और कर्नाटक में इसका लाभ लो। या तीसरी बात है कि क्या कांग्रेस के अंदर कोई अंदरूनी राजनीति चल रही है कि राहुल को हटाओ और कांग्रेस को बचाओ।'

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