केदारनाथ: दर्शन के लिए केदारनाथ पहुंचे राहुल गांधी की मुलाकात अपने चचेरे भाई वरुण गांधी से हुई है। दोनों नेताओं ने केदारनाथ में हुई इस मुलाकात के दौरान अकेले में चर्चा की। इन दोनों की मुलाकात के बाद अब सियासी सरगर्मी तेज होने के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि सूत्रों के मुताबिक दोनों चचेरे भाइयों की मुलाकात में किसी तरह की राजनीतिक बात नहीं हुई है।
नए सियासी गुल खिलेंगे ?
वरुण गांधी पिछले कुछ दिनों से लगातार पार्टी की लाइन से अलग बयान दे रहे हैं। पार्टी से अलग उनकी बयानबाजी से पार्टी का शीर्ष नेतृत्व नाराज बताया जाता है। हालांकि पार्टी के शीर्ष स्तर से अभी तक वरुण के खिलाफ कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन अब राहुल गांधी के साथ हुई उनकी मुलाकात से कुछ सियासी गुल खिलने के कयास लगाए जा रहे हैं।
राजनीतिक हलकों में अटकलें शुरू
सूत्रों ने बताया कि केदारनाथ मंदिर के दर्शन के दौरान दोनों नेताओं की संक्षिप्त मुलाकात हुई। दोनों भाइयों की सार्वजनिक रूप से मुलाकात बहुत कम देखी गई है। देश के प्रमुख राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले दोनों चचेरे भाइयों की मुलाकात ने वरुण गांधी के राजनीतिक भविष्य को लेकर कुछ हलकों में अटकलें शुरू कर दी हैं। संजय गांधी और मेनका गांधी के पुत्र वरुण गांधी को हाल के महीनों में भाजपा की प्रमुख बैठकों में नहीं देखा गया है और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर उनकी राय पार्टी से अलग रही है। वह उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से लोकसभा सदस्य हैं।
वरुण की बेटी से मिलकर खुश हुए राहुल
सूत्रों ने बताया कि गांधी परिवार के दोनों सदस्यों ने पवित्र मंदिर के बाहर संक्षिप्त मुलाकात की और एक-दूसरे का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि मुलाकात "बहुत छोटी" और "गर्मजोशी भरी" थी। सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी इस दौरान वरुण की बेटी से मिलकर बहुत खुश हुए। सूत्रों ने कहा कि वैसे दोनों चचेरे भाइयों की मुलाकात नहीं होती, लेकिन उनके अच्छे संबंध हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि इस मुलाकात में कोई भी राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। राहुल गांधी पिछले तीन दिन से उत्तराखंड के केदारनाथ में हैं, जबकि वरुण गांधी ने मंगलवार को अपने परिवार के साथ केदारनाथ का दौरा किया। (इनपुट-भाषा)
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