'न कभी डरे हैं, न कभी डरेंगे', राहुल गांधी को सजा मिलने पर भड़कीं प्रियंका
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, डरी हुई सत्ता की पूरी मशीनरी साम, दाम, दंड, भेद लगाकर राहुल गांधी जी की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।
नई दिल्ली: ‘मोदी सरनेम’ से जुड़े बयान को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 2 साल की सजा होने पर उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा का पहला रिएक्शन सामने आ गया है। प्रियंका गांधी ने कहा है कि डरी हुई सत्ता की पूरी मशीनरी साम, दाम, दंड भेद लगाकर राहुल गांधी जी की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन मेरे भाई न कभी डरे हैं, न कभी डरेंगे। बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने ट्विटर पर महात्मा गांधी का यह कथन ट्वीट किया था, 'मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन।'
‘राहुल की आवाज दबाने की कोशिश’
राहुल को मानहानि मामले में 2 साल की सजा मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, 'डरी हुई सत्ता की पूरी मशीनरी साम, दाम, दंड, भेद लगाकर राहुल गांधी जी की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। मेरे भाई न कभी डरे हैं, न कभी डरेंगे। सच बोलते हुए जिये हैं, सच बोलते रहेंगे। देश के लोगों की आवाज उठाते रहेंगे। सच्चाई की ताकत व करोड़ों देशवासियों का प्यार उनके साथ है।' बता दें कि राहुल गांधी ने भी कोर्ट में माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा था कि करप्शन पर बोलना उनकी जिम्मेदारी है और उन्होंने अपना फर्ज निभाया है।
राहुल की सजा पर 30 दिन की रोक
बता दें कि 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में राहुल गुरुवार को 2 साल कारावास की सजा सुनाई। अदालत ने राहुल गांधी को जमानत भी दे दी और उनकी सजा पर 30 दिन की रोक लगा दी, ताकि कांग्रेस नेता उसके फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती दे सकें। फैसला सुनाए जाते समय राहुल गांधी अदालत में मौजूद थे। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वकील बाबू मंगुकिया ने बताया कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एच एच वर्मा की अदालत ने कांग्रेस नेता को भारतीय दंड संहिता की धाराओं 499 और 500 के तहत दोषी करार दिया।
राहुल गांधी ने बयान में क्या कहा था?
राहुल गांधी के खिलाफ यह मामला उनकी उस टिप्पणी को लेकर दर्ज किया गया था, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था, ‘सभी चोरों का एक ही सरनेम मोदी ही कैसे होता है?’ राहुल गांधी की इस टिप्पणी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता एवं विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने शिकायत दर्ज कराई थी। वायनाड से लोकसभा सदस्य गांधी ने यह कथित टिप्पणी 2019 के आम चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में आयोजित जनसभा में की थी।