President Election: राष्ट्रपति चुनाव के लिए दिल्ली में आज बुधवार टीएमसी चीफ ममता बनर्जी की अगुआई में विपक्षी दलों की संयुक्त बैठक हुई। बैठक में विपक्षी नेताओं ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में एक कॉमन कैंडिडेट उतारने का फैसला किया। वहीं, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने साफ कर दिया है कि उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की ओर से उम्मीदवार के रूप में उनका नाम रखे जाने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। शरद पवार ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
शरद पवार के इनकार के बाद बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए जम्मू- कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला और गोपाल कृष्ण गांधी के नाम का सुझाव दिया। इसकी जानकारी आरएसपी नेता एन के प्रेमचंद्रन ने दी।
एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए सभी पक्षों से बातचीत की जाएगी। वहीं, ममता बनर्जी ने कहा कि इस वक्त विपक्ष को साथ आने की जरुरत है। विपक्षी नेताओं की बैठक में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और आरजेडी समेत 16 दलों के नेता शामिल हुए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों के बीच सहमति बनाने का जिम्मा दिया हुआ है।
इन पांच दलों ने बैठक से बनाई दूरी
वहीं, AAP, TRS, DMK, BJD और SAD ने ममता की बुलाई बैठक से दूरी बना रखी थी। बैठक से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) ने शामिल नहीं होने की बात कही। AAP का कहना है कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही पार्टी इस मुद्दे पर विचार करेगी। वहीं, बैठक से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने खुलकर कहा था कि ममता बनर्जी राष्ट्रपति पद के लिए जिस नाम का प्रस्ताव रखेंगी, हम उनका समर्थन करेंगे।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने 21 दलों के नेताओं को 15 जून की बैठक के लिए निमंत्रण भेजा था। चुनाव आयोग की ओर से घोषित कार्यक्रम के मुताबिक, 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होंगे।
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