President Election: दिग्गज नेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सुप्रीमो शरद पवार राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक कुछ विपक्षी दलों ने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है। शरद पवार ने सोमवार को महाराष्ट्र सरकार में राकांपा के मंत्रियों के साथ मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद ही यह मु्द्दा चर्चा में आया। राकांपा के मंत्री ने कहा कि AAP के नेता संजय सिंह ने रविवार को राकांपा सुप्रीमो से मुलाकात की। इस मीटिंग के दौरान संजय सिंह ने अपनी पार्टी AAP की तरफ से राकांपा प्रमुख को राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन की पुष्टि की। राष्ट्रपति का चुनाव अगले माह जुलाई 18 को होना है।
TMC प्रमुख से भी पवार की दावेदारी की चर्चा
आपको बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए पवार के नाम की वकालत की थी। खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने पवार की दावेदारी को लेकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस से भी सलाह-मशविरा किया था। वहीं इसपे राकांपा के मंत्री ने कहा, “लेकिन, मुझे नहीं लगता कि वह इसके (चुनाव लड़ने) लिए इच्छुक हैं। साहेब (पवार) जन नेता हैं और वह लोगों से मिलना पसंद करते हैं। वह खुद को राष्ट्रपति भवन तक सीमित नहीं रखेंगे।” उन्होंने कहा कि राकंपा सुप्रीमो वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष को साथ लाने की कोशिश में व्यस्त हैं, जो खाफी अहम है।
संयुक्त उम्मीदवार की तलाश में कांग्रेस
गौरतलब है कि कांग्रेस 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक संयुक्त दावेदार लाने की कोशिश में है। इसके लिए कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों से लगातार संपर्क साध रही है। राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी अपने करीब 50 फीसदी वोट के साथ अपने उम्मीदवार को आसानी से जिता सकती है। राष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों के साथ-साथ राज्यों के विधायक वोट डालते हैं।
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