President Election: राष्ट्रपति पद के लिए NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू एक जुलाई से जनजातीय आबादी वाले राज्य से चुनाव प्रचार शुरू कर सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक इस बात के अंतिम निर्णय के लिए चर्चा जारी है कि मुर्मू 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना अभियान किस राज्य से शुरू करेंगी। इस बीच मुर्मू विभिन्न पार्टियों के नेताओं से फोन पर संपर्क कर उनका समर्थन मांग रही हैं। सूत्रों ने कहा कि वह आने वाले दिनों में तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी DMK और तेलंगाना की TRS जैसे विपक्षी दलों के नेताओं से भी बात कर सकती हैं।
विपक्षी दलों से भी NDA उम्मीदवार मुर्मू ने मांगा समर्थन
मुर्मू ने शनिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के प्रमुख और सीएम हेमंत सोरेन को फोन कर समर्थन मांगा था। मुर्मू ने 24 जून को अपना नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, NCP सुप्रीमो शरद पवार और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को फोन कर उनका समर्थन मांगा था। ओडिशा की आदिवासी नेता और झारखंड की पूर्व राज्यपाल मुर्मू ने शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने उनका नामांकन पत्र निर्वाचन अधिकारी पी सी मोदी को सौंपा था। मुर्मू के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित कई केंद्रीय मंत्री मौजूद थे। इस मौके पर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री - योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, जयराम ठाकुर, पुष्कर सिंह धामी मौजूद रहे। इसके अलावा और NDA समर्थक दलों- YSRCP, BJD और AIADMK- के कुछ नेता भी उपस्थित थे।
किन-किन विपक्षी दलों ने दिया अपना समर्थन?
मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी, ओडिशा की सत्तारूढ़ पार्टी बीजू जनता दल और आंध्र प्रदेश में सत्ता में आई वाईएसआर कांग्रेस ने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया। मुर्मू को लगभग 55 प्रतिशत निर्वाचक मंडल का समर्थन प्राप्त है। मुर्मू द्वारा अपना नामांकन दाखिल करने के बाद, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी और जनता दल (एस) नेता एचडी देवेगौड़ा से मुर्मू के लिए समर्थन मांगा था।
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