एनडीए संसदीय दल की आज पहली बैठक बुलाई गई। इस बैठक में सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को एनडीए यानी गठबंधन दल का नेता चुना गया। पीएम मोदी ने इस दौरान सांसदों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि एनडीए, हिंदुस्तान का सबसे सफल प्री-पोल अलायंस है। उन्होंने सभी एनडीए घटक दलों को उनपर भरोसा जताने के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही मतगणना वाली तारीख यानी 4 जून को याद करते हुए उन्होंने इंडी गठबंधन पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि मैं तो मतगणना वाले दिन अपने काम में व्यस्त था।
विपक्ष पर पीएम मोदी ने साधा निशाना
उन्होंने कहा कि जब मैंने किसी से पूछा था कि ये आंकड़े तो ठीक है लेकिन ये बताओ ईवीएम जिंदा है या मरग या। ये लोग तय कर बैठे थे कि भारत के लोकतंत्र और चुनावी प्रक्रिया से भरोसा उठ जाए। उन्होंने आगे कहा कि 4 जून की शाम तक जो लोग ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने रहे थें, उनके मुंह पर ताला लग गया। अगले 5 सालों तक अब ईवीएम पर कोई चर्चा नहीं होगी। लेकिन हो सकता है कि 2029 के बाद फिर से विपक्षी दल ईवीएम पर सवाल उठाएं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि मतदान के बीच विपक्ष ने चुनाव को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया था।
विपक्ष को देश की जनता माफ नहीं करेगी
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के लोग विपक्ष को माफ नहीं करने वाले हैं। विपक्षी लोग पिछली शताब्दी में जीने वाले लोग हैं। वो तकनीक को स्वीकार नहीं करते हैं। ये लोग प्रगति के विरोधी और आधुनिकता के विरोध हैं। यह बेहद चिंता का विषय है देश के लिए। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि मैं दुनियाभर में यह ढोल पीट रहा हूं कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। लेकिन ये विपक्षी दल वाले विदेशों में जाकर ढोल पीट रहे हैं कि एक चाय वाला देश का प्रधानमंत्री बन गया है। देश में लोकतंत्र खत्म हो रहा है।
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