16 मई 2014 को क्या हुआ था? पढ़ें पूरी कहानी; PM मोदी ने आज अनोखे अंदाज में किया याद
आज से 9 साल पहले 16 मई 2014 को हुई मतगणना के नतीजे आने के बाद बीजेपी को अपने इतिहास में पहली बार अकेले पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ था। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 साल पहले लोक सभा चुनाव में मिली अपनी पहली जीत को अनोखे अंदाज में याद किया।
नई दिल्ली: 16 मई वही तारीख है जिस तारीख पर आज से 9 साल पहले यानी 16 मई 2014 को हुई मतगणना में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तमाम कयासों को गलत साबित करते हुए बीजेपी ने अकेले अपने दम पर 282 सांसदों के साथ लोकसभा में पूर्ण बहुमत हासिल किया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ पहली बार प्रधानमंत्री बनने वाले मोदी ने उसी दिन एक साथ कई रिकॉर्ड भी बनाए थे। आज से 9 साल पहले 16 मई 2014 को हुई मतगणना के नतीजे आने के बाद बीजेपी को अपने इतिहास में पहली बार अकेले पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ था। भाजपा के खाते में 282 सीटें आई थी वहीं सहयोगी दलों के साथ मिलाकर NDA सांसदों का आंकड़ा 330 को भी पार कर गया था।
भारत के चुनावी इतिहास में पहली बार कांग्रेस को इतनी बुरी पराजय का सामना करना पड़ा और उसके खाते में लोकसभा की सिर्फ 44 सीट ही आ पाई। भारत की जनता ने 30 वर्षों बाद देश पर शासन करने के लिए किसी दल को पूर्ण बहुमत दिया था, इससे तीन दशक पहले 1984 में कांग्रेस के राजीव गांधी प्रचंड बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बने थे।
PM मोदी ने 9 साल पहले मिली जीत को ऐसे किया याद
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 साल पहले लोक सभा चुनाव में मिली अपनी पहली जीत को अनोखे अंदाज में याद किया। मौका था रोजगार मेले के अंतर्गत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सरकारी नौकरी पाने वाले देशभर के 70 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र देने का। प्रधानमंत्री ने सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाले इन युवाओं को संबोधित करने के साथ-साथ पूरे देश के लोगों खासकर युवाओं को अपनी सरकार की 9 वर्षों की उपलब्धियों को बताने का प्रयास किया।
प्रधानमंत्री ने नौ साल पहले मिली जीत को याद करते हुए कहा कि, 9 साल पहले आज के ही दिन 16 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजे आए थे। तब पूरा देश उत्साह, उमंग और विश्वास से झूम उठा था। सबका साथ-सबका विकास के मंत्र के साथ कदम बढ़ाने वाला भारत, आज विकसित भारत बनने के लिए प्रयास कर रहा है। जिस स्पीड और स्केल पर आज भारत काम कर रहा है यह भी आजादी के 75 साल के इतिहास में अभूतपूर्व है।
16 मई 2014 को क्या हुआ था?
16 मई की सुबह के 8 बजे वोटों की गिनती शुरू हो गई थी और देखते ही देखते मतगणना के रुझान आने लगे। सुबह 8 बज कर 49 मिनट हुए थे और बीजेपी 16 सीटों पर जबकि कांग्रेस नौ पर आगे थी। अभी 8 बजकर 57 मिनट हुए थे कि बीजेपी की बढ़त 40 सीटों पर पहुंच गई जबकि कांग्रेस सिर्फ 19 पर थी। इसके ठीक सात मिनट बाद सुबह 09:04 मिनट- बीजेपी की बढ़त 60 पर पहुंच गई। सुबह 9 बजकर 13 मिनट. ठीक 9 मिनट बाद ही बीजेपी की बढ़त 80 पर पहुंच गई जबकि कांग्रेस 28 पर आगे थी।
शुरुआती रुझान में बीजेपी तेजी से बढ़त बनाए जा रही थी और इसका असर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स में बढ़त के साथ दिखने लगा. सेंसेक्स करीब एक हजार अंक का उछाल मार चुका था। इधर वोटों की गिनती में बीजेपी का आंकड़ा तेजी से बदल रहा था। पल-पल में आंकड़े नरेंद्र मोदी के पक्ष में जा रहे थे और देखते ही देखते ये साफ हो गया कि भारत का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा। दोपहर के 12 बजकर 20 मिनट हो रहे थे तभी बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने ट्विट किया - ''India has won! भारत की विजय। अच्छे दिन आने वाले हैं।'' कुछ ही पलों में नरेंद्र मोदी का ये ट्वीट भारत में सबसे अधिक रिट्वीट होने वाला ट्वीट बन गया।
पहली बार किसी गैर कांग्रेस पार्टी को बहुमत मिला। 30 साल बाद एक पार्टी को 272 से ज्यादा सीटें मिलीं। बीजेपी की अगुवाई वाला NDA 331 के आंकड़े को छू रहा था। भारत के चुनाव के इतिहास में पहली बार कांग्रेस 50 से भी कम सीटों पर सिमट गई। इस जीत की कामयाबी का सेहरा नरेंद्र मोदी के सिर पर बांधा जा रहा था लेकिन बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी इस जीत को किसी और ही नजर से देख रहे थे। मोदी ने दो जगह से चुनाव लड़ा था। एक वाराणसी सीट से और दूसरा वडोदरा से। दोनों ही जगह से नरेंद्र मोदी को भारी जीत मिली थी।