NEET ‘घोटाले’ की जिम्मेदारी मोदी सरकार के शीर्ष नेतृत्व को लेनी चाहिए, बोले मल्लिकार्जुन खरगे
खरगे ने कहा, ‘‘नीट घोटाले की जिम्मेदारी मोदी सरकार के शीर्ष नेतृत्व को लेनी चाहिए। नौकरशाही में फेरबदल करना भाजपा द्वारा बर्बाद की गयी शिक्षा प्रणाली की समस्या का समाधान नहीं है।’’
नई दिल्ली: कांग्रेस ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं के बाद राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की नौकरशाही में फेरबदल को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार पर रविवार को निशाना साधते हुए कहा कि इसकी जिम्मेदारी दूसरों पर डालने के बजाय सरकार के शीर्ष नेतृत्व को खुद लेनी चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) को एक स्वायत्त निकाय बताया गया लेकिन असल में इसे भारतीय जनता पार्टी/राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘‘कुटिल हितों’’ को पूरा करने के लिए बनाया गया। उन्होंने ‘एक्स’ में एक पोस्ट में कहा, ‘‘नीट घोटाले की जिम्मेदारी मोदी सरकार के शीर्ष नेतृत्व को लेनी चाहिए। नौकरशाही में फेरबदल करना भाजपा द्वारा बर्बाद की गयी शिक्षा प्रणाली की समस्या का समाधान नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि छात्रों को न्याय दिलाने के लिए मोदी सरकार को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। केंद्र सरकार ने शनिवार को एनटीए के महानिदेशक सुबोध सिंह को हटा दिया और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में अनियमितताओं की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी। शिक्षा मंत्रालय ने नीट-पीजी परीक्षा भी स्थगित कर दी है जो हाल के दिनों में स्थगित होने वाली चौथी प्रतिस्पर्धी परीक्षा है। खरगे ने कहा कि नीट-पीजी परीक्षा स्थगित कर दी गयी है और पिछले 10 दिनों में सभी चार परीक्षाएं या तो रद्द कर दी गयीं या स्थगित कर दी गयीं।
"छात्र भविष्य बचाने के लिए लड़ाई लड़ने को मजबूर"
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘पेपर लीक, भ्रष्टाचार, अनियमितताएं और शिक्षा माफिया हमारी शिक्षा प्रणाली में घुस गया है।’’ खरगे ने कहा, ‘‘देर से की गयी इस कवायद का कोई परिणाम नहीं निकलेगा क्योंकि अनगिनत युवा इससे पीड़ित हैं।’’ नीट-पीजी परीक्षा को स्थगित करने की आलोचना करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पेपर लीक गिरोह और ‘‘शिक्षा माफिया’’ के आगे ‘‘बेबस’’ हैं। राहुल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “अब नीट-पीजी भी स्थगित! यह नरेन्द्र मोदी के राज में बर्बाद हो चुकी शिक्षा व्यवस्था का एक और दुर्भाग्यपूर्ण उदाहरण है। भाजपा राज में छात्र अपना करियर बनाने के लिए ‘पढ़ाई’ नहीं, अपना भविष्य बचाने के लिए सरकार से ‘लड़ाई’ लड़ने को मजबूर हैं। अब यह स्पष्ट है - हर बार चुपचाप तमाशा देखने वाले मोदी पेपर लीक गिरोह और शिक्षा माफिया के आगे पूरी तरह से बेबस हैं।”
"पूरी शिक्षा प्रणाली माफिया और भ्रष्टाचारियों को सौंप दी"
उन्होंने कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी की अक्षम सरकार छात्रों के भविष्य के लिए सबसे बड़ा खतरा है - हमें देश के भविष्य को उससे बचाना ही होगा।” कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी नीट-यूजी समेत राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने पूरी शिक्षा प्रणाली ‘‘माफिया’’ और ‘‘भ्रष्टाचारियों’’ को सौंप दी है। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि नीट-यूजी प्रश्न पत्र ‘‘लीक’’ हो गया जबकि नीट-पीजी, यूजीसी-नेट और सीएसआईआर-नेट परीक्षाएं ‘‘रद्द’’ कर दी गयीं। इससे पहले, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘‘नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री और उनके आसपास मौजूद लोगों की अक्षमता के कारण किसी भी परीक्षा के रद्द होने की खबरों के बिना कोई दिन नहीं गुजरता।’’