कोटा: राजस्थान के कोटा में NEET की तैयारी कर रही 16 साल की छात्रा के सुसाइड मामले से पूरे शहर में हड़कंप मच गया है। कोटा में बच्चों द्वारा की जाने वाली सुसाइड की आए दिन आने वाली खबरों ने तमाम गार्जियंस को चिंता में डाल दिया है। इस बीच इस मुद्दे पर राजस्थान सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का बड़ा बयान सामने आया है।
मंत्री ने क्या कहा?
कोटा में एक और बच्ची की आत्महत्या पर राजस्थान सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, 'हम कोचिंग संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। वे सिर्फ पैसा इकट्ठे नहीं कर सकते। कोचिंग संस्थानों को बच्चों की काउंसलिंग, मनोरंजन, फिल्म आदि चीजें भी करनी होंगी। आप कुछ साधन भी निकालेंगे या हमेशा फीस ही बढ़ाते रहेंगे? मैं अभिभावकों से भी कहूंगा कि अपने सपने बच्चों पर ना डालें। बच्चों को अपना दोस्त बनाएं। हम आत्महत्या रोकने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे।'
गौरतलब है कि कोटा में आज सुबह ये खबर सामने आई थी कि NEET की तैयारी कर रही एक 16 साल की बच्ची ने फांसी लगाकर सुसाइड कर ली है। बच्ची की पहचान रिचा सिंह के रूप में हुई है। शव को मोर्चरी में रखा गया है और विज्ञान नगर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हालही में एक मां-बेटे ने की थी सुसाइड
इससे पहले 10 सितंबर को भी कोटा में सुसाइड का एक मामला सामने आया था, जिसमें एक मां-बेटे ने कथित तौर पर जहर खाकर सुसाइड कर ली थी। मिली जानकारी के मुताबिक, आर्थिक परेशानियों की वजह से मां-बेटे ने ये कदम उठाया था। पुलिस को शवों के पास से एक हिसाब-किताब की डायरी और जहर मिला था। मृतकों की पहचान सतविंदर कौर (50) और उसके बेटे रोबिन सिंह (29) के रूप में हुई थी। मां-बेटे तीसरी मंजिल पर एक फ्लैट में रहते थे। पुलिस का कहना है कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है लेकिन प्राथमिक तौर पर ये सुसाइड का मामला लग रहा है।
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