Meghalaya News: मेघालय के तुरा में अपने फार्महाउस में वेश्यालय चलाने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष बर्नार्ड एन मराक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने सोमवार को गैर-जमानती वारंट जारी किया। पुलिस ने बताया कि शनिवार को छापेमारी में मराक के फार्महाउस रिम्पु बागान से छह नाबालिगों को छुड़ाया गया और 73 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद से मराक फरार हैं। पश्चिम गारो हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेकानंद सिंह ने कहा, ''बर्नार्ड एन मराक उर्फ रिम्पु के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। तुरा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत द्वारा जारी यह एक 'स्टैंडिंग वारंट' है।''
मराक ने बताया उनके जान को खतरा है
पुलिस ने बताया कि मराक को जांच में सहयोग के लिए कहा गया है लेकिन वो दूर भाग रहे हैं। उन्हें पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, उग्रवादी से नेता बने मराक ने आरोप लगाया कि वह मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा के राजनीतिक प्रतिशोध का निशाना बन रहे हैं और उन्हें जान का खतरा है। वहीं इन आरोपों को खारिज करते हुए उपमुख्यमंत्री प्रेस्टोन तिनसोंग ने कहा कि उनकी सरकार पुलिस को उसके विवेक के अनुसार काम करने देती है।
बर्नार्ड एन मराक के बचाव में आई पार्टी
बर्नार्ड एन मराक का बचाव करते हुए बीजेपी ने दावा किया है कि उन्हें फंसाया गया है। उनके खिलाफ ये आरोप हटा दिए जाने चाहिए। हालांकि विपक्षी दल कांग्रेस ने मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी ने एक बयान में कहा कि मराक की जान को खतरा है। मावरी ने कहा, '' बीजेपी ईडनबारी में की गई छापेमारी की निंदा करती है। बर्नार्ड मराक को फंसाया गया और बदनाम किया गया। ऐसा लग रहा है कि व राजनीतिक प्रतिशोध का शिकार हुए हैं। मैं सरकार से मराक की रक्षा के करने और उनके खिलाफ राजनीति से प्रेरित आरोपों को वापस लेने का अनुरोध करता हूं।''
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