Maharashtra Political Crisis : महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना से बगावत की खबरों के बाद पहला रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि वे एक कट्टर शिवसैनिक हैं। बाला साहेब ने उन्हें हिंदुत्व सिखाया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सत्ता के लालच में किसी से धोखा करना सीखा नहीं और यह होगा भी नहीं।
सत्ता के लालच में किसी से धोखा नहीं-शिंदे
एकनाथ शिंदे पिछले कुछ दिनों से शिवसेना में नाराज चल रहे थे। ऐसी खबरें पहले भी आई थीं। लेकिन अचानक से वे विधायकों को लेकर सूरत चले जाएंगे ऐसा किसी ने सोचा भी नहीं था। इस बीच एकनाथ शिंदे को मनाने की कोशिशें भी शुरू हो गई हैं। वहीं बगावत की खबरों के बीच उनका ट्वीट सामने आया है। हालांकि उन्होंने यह ट्वीट मराठी में किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा-'मैं बालासाहेब ठाकरे का कट्टर शिवसैनिक हूं। बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है। बालासाहेब के विचार और धर्मवीर आनंद दिघे ने जो हमें शिक्षा दी है उसमें सत्ता के लालच में किसी से धोखा करना नहीं सिखायाऔर यह होगा भी नहीं।'
35 विधायकों के साथ सूरत के एक होटल में डेरा डाले हुए हैं शिंदे
शिवसेना की अगुवाई वाली महा विकास अघाडी सरकार को उस समय झटका लगा था, जब महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में क्रॉस वोटिंग में उसका एक उम्मीदवार हार गया। इसके बाद देर रात के बाद शिंदे समेत कई विधायकों का फोन नॉट रिचेबल आने लगा। सुबह पता चला कि शिंदे करीब 35 विधायकों के साथ सूरत के एक होटल में डेरा डाले हुए हैं।
शिंदे से संवाद हुआ है-संजय राउत
इस बीच, शिवसेना अध्यक्ष ठाकरे ने मंगलवार को एक बैठक की, जिसमें पार्टी नेता एवं विधानसभा के सदस्य सुनील कदम, दादा भूसे एवं नीलम गोरहे, सांसद अरविंद सावंत एवं विनायक राउत, विधान परिषद की सदस्य मनीषा कायंदे और अन्य नेता मौजूद थे। इससे पहले, शिवसेना के नेता एवं सांसद संजय राउत ने कहा कि शिंदे मुंबई में नहीं हैं, लेकिन उनसे संवाद हो गया है। राउत ने जोर देकर कहा कि शिवसेना वफादारों की पार्टी है और मध्य प्रदेश और राजस्थान की तरह, एमवीए सरकार को गिराने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रयास सफल नहीं होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि शिंदे शिवसेना के एक भरोसेमंद नेता हैं और ‘गायब’ विधायकों से पार्टी का संपर्क हो जाने के बाद ये विधायक वापस आ जाएंगे।
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