Maharashtra News : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) देर रात दिल्ली पहुंच गए हैं। आज दिनभर वे बीजेपी के बड़े नेताओं से मुलाकात करनेवाले हैं। उधर, उद्धव ठाकरे की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। विधायकों के बाद अब कई सांसद भी पाला बदल सकते हैं। बताया जाता है कि शिवसेना के 19 में से 12 सांसद उनके संपर्क में है। वे कभी-भी पाला बदल सकते हैं। पार्टी के कई सांसद लोकसभा में उन्हें अलग समूह के रूप में मान्यता देने के अनुरोध के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र सौंपने की तैयारी में हैं।
शिवसेना में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने वाले एकनाथ शिंदे को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से 30 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गयी थी। महाराष्ट्र विधानसभा में उन्हें शिवसेना के 55 विधायकों में से 40 का समर्थन प्राप्त है एवं विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने उनके गुट को विधायक दल के रूप में मान्यता दे दी है।
सांसदों ने शिंदे के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की थी मीटिंग
इंडिया टीवी को मिली जानकारी के मुताबिक कल शिंदे के साथ शिवसेना के 12 सांसदों ने एकनाथ शिंदे के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग की थी। इस मुलाकात के बाद एकनाथ शिंदे मुंबई से दिल्ली के रवाना हो गए थे। एकनाथ शिंदे से जिन 12 सांसदों ने बात की थी उनमें 8 के नाम सामने आए हैं।
- राहुल शेवाले-दक्षिण मध्य मुम्बई लोकसभा सीट
- श्रीरंग वारने-मावल लोकसभा सीट
- सदाशिव लोंखण्डे--शिरडी लोकसभा सीट
- भावना गवली--यवतमाल-वाशिम लोकसभा सीट
- संजय मांडलिक -कोल्हापुर लोकसभा सीट
- राजेन्द्र गावित-पालघर लोकसभा सीट
- हेमंत गोडसे-नाशिक लोकसभा सीट
- श्रीकांत शिन्दे--कल्याण लोकसभा सीट
- 4 अन्य सांसदों के भी मीटिंग में शामिल होने की खबर है
उधर, संजय राउत के निवास पर भी कल शिवसेना सांसदों की बैठक हुई। इस बैठक में जिन सांसदों ने हिस्सा लिया उनमें अरविंद सावंत,विनायक राउत, ओम राजे निम्बालकर, संजय जाधव, प्रियंका चतुर्वेदी एवं राजन विचारे शामिल हैं। राउत ने कहा कि गजानन कीर्तिकर अस्वस्थ हैं। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में मौजूद लोकसभा सदस्यों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘आप कैसे 14 सांसदों का दावा कर सकते हैं, जबकि हममें से छह-सात यहां हैं। ’ उन्होंने शिवसेना के शिंदे गुट द्वारा पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को भंग करने की खबरों को भी खारिज किया। उन्होंने कहा, ‘जो कुछ हो रहा है, उसे कॉमेडी एक्सप्रेस सीजन 2 कहा जा सकता है। शिवसेना एक मान्यताप्राप्त राजनीतिक दल है। अलग हुए धड़े को राष्ट्रीय कार्यकारिणी को भंग करने का कोई अधिकार नहीं है। राउत ने कहा कि उच्चतम न्यायालय शिंदे के नेतृत्व में अलग हुए गुट के भविष्य का फैसला करेगा।
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