Aap Ki Adalat: इंडिया टीवी के प्रचलित शो 'आप की अदालत' में इस बार कटघरे में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान थे। उन्होंने इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सभी सवालों के जवाब बड़ी चपलता से दिए। इस शो के दौरान उन्होंने कई ऐसे किस्से और राज सुनाए जो अब तक केवल उन्हीं तक सीमित थे। इस दौरान उन्होंने साल 2005 का एक किस्सा सुनाया, जब उन्हें मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया था। उन्होंने बताया कि इस बात की जानकारी उन्हें सबसे पहले कांग्रेस पार्टी के नेता ने दी थी।
उस समय मैं बतौर सांसद दिल्ली में था- शिवराज सिंह चौहान
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘मैं अगर मुख्यमंत्री हूं तो पार्टी की इच्छा से और जनता के आशीर्वाद से। जब पहली बार 2005 में मुख्यमंत्री बना तो मुझे पता नहीं था कि मैं मुख्यमंत्री बनने वाला हूं। भारतीय जनता पार्टी की पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक हो रही थी। मैं दिल्ली में पंडित पंत मार्ग पर बतौर सांसद रहता था। अचानक मेरी पत्नी ने मुझे जगाया और कहा कि टीवी में न्यूज चल रही है कि मुझे मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है। मैंने कहा कि तुम सो जाओ, सपने मत देखो। उन्होंने कहा कि नहीं, ये सही है। इतनी देर में घर की घंटी बजी और मैंने दरवाजा खोला तो सामने भूपेंद्र हुड्डा जी मुझे बधाई देने के लिए खड़े थे। हम दोनों पड़ोसी हुआ करते थे।
'बाद में पार्टी के संगठन महामंत्री का आय फोन और दी जानकारी'
इसके बाद पार्टी कार्यालय से हमारे संगठन महामंत्री का फोन आया और मुझसे तुरंत कार्यालय पहुंचने के लिए कहा गया। कार्यालय में मुझे सूचना दी गई कि आपको मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी जा रही है। पार्टी जब भी कोई जिम्मेदारी देती है तो कार्यकर्ता उसे पूरा करते हैं। पार्टी और जनता ने आशीर्वाद दिया, इसीलिए मैं मुख्यमंत्री हूं। जनता जब तक आशीर्वाद देगी, पार्टी जब तक चाहेगी, तब तक मैं मुख्यमंत्री रहूंगा।
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