Loksabha Elections 2024 : क्या वायनाड लोकसभा सीट पर लगातार चौथी बार कांग्रेस जीतेगी? जानें समीकरण
केरल का वायनाड लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से राहुल गांधी ने बंपर जीत हासिल की थी।
Loksabha Elections 2024 : लोकसभा चुनावों के ऐलान में अब ज्यादा वक्त नहीं रह गया है। इस बीच सियासी सरगर्मी जोरों पर है। सभी दल लोकतंत्र के महापर्व की तैयारियों में जुट गए हैं। इस कड़ी में हम चर्चा करेंगे केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र की। केरल में लोकसभा की कुल 20 सीटें हैं जिनमें वायनाड भी एक सीट है। बता दें कि वायनाड लोकसभा सीट केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक तीनों प्रांतों को जोड़ने वाला इलाका है और तीनों ही प्रांत कांग्रेस के प्रभाव वाले क्षेत्र में आते हैं। एक अनुमान के मुताबिक वायनाड के अधिकांश ग्रामीण आबादी वाले इलाके में हिंदुओं और मुसलमानों की आबादी लगभग बराबर है।
परीसीमन के बाद 2009 में हुआ पहला चुनाव
वायनाड केरल का नाम शहर है और एक नवंबर 1980 को इस शहर की स्थापना हुई थी। वायनाड नाम वायल नाडु से लिया गया है जिसका मतलब होता है 'धान की भूमि'। वायनाड में कुल सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं। वायनाड लोकसभा सीट वर्ष 2009 में अस्तित्व में आई थी। वर्ष 2008 में परीसीमन के बाद इसे लोकसभा सीट घोषित किया गया। वर्ष 2009 में वायनाड लोकसभा सीट पर पहला चुनाव हुआ।
2019 में राहुल गांधी ने जीता चुनाव
2019 के लोकसभा चुनावों में इस सीट से कांग्रेस ने राहुल गांधी को चुनाव मैदान में उतारा। राहुल गांधी ने इस सीट पर करीब 4 लाख 31 हजार के भारी अंतर से जीत हासिल की थी। राहुल को कुल 706367 वोट मिले थे जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के पीपी सुनीर को कुल 274597 वोट मिले थे। दोनों के बीच हार और जीत का अंतर 4,31,770 वोटों का था।
2014 में कांग्रेस को मिली सफलता
2014 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने एमआई शानवास को टिकट दिया और उन्होंने सीपीआई उम्मीदवार पीआर सत्यन मुकरी को 20 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। शानवास को कुल 3,77,035 वोट मिले जबकि सत्यन मुकेरी को 356165 वोट मिले। इस लोकसभा सीट पर साढ़े 12 लाख से ज्यादा वोटर्स हैं।
2009 में एमआई शानवास ने डेढ़ लाख के मार्जिन से जीता चुनाव
2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के एमआई शानवास ने डेढ़ लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी। उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार एम. रहमतुल्ला को हराया था। शानवास को 410703 वोट मिले थे जबकि एम. रहमतुल्ला को 257264 वोट मिले थे। हार जीत का अंतर 153439 वोटों का रहा था।
2014 और 2019 में कितनों चरण में हुए चुनाव?
कांग्रेस का गढ़ माने जानेवाले वायनडा सीट पर 2009, 2014 और 2019 में कांग्रेस ने लगातार जीत दर्ज की। 2014 के लोकसभा चुनावों में एनडीए को अपार सफलता मिली थी और केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का गठन हुआ। 2014 में लोकसभा चुनाव 7 अप्रैल से लेकर 12 मई तक कुल 9 चरणों में संपन्न हुए थे जबकि नतीजे 16 मई को आए थे। वहीं, 2019 में आम चुनाव 11 अप्रैल से लेकर 19 मई तक कुल 7 चरणों में कराए गए थे और चुनावों के नतीजे 23 मई को आए थे।