लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। दार्जिलिंग लोकसभा सीट बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से एक है। चाय की खेती के लिए मशहूर और बेहद सुंदर नजारों वाले दार्जिलिंग लोकसभा सीट पर भाजपा का कब्जा है। सुरेंद्रजीत सिंह अहलूवालिया यहां से सांसद हैं। बता दें कि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव नें इस सीट से तृणमूल कांग्रेस ने बाईचुंग भूटिया को मैदान में उतारा है। लोकसभा चुनाव 2024 में भी यहां कड़ा मुकाबला होने की संभावना है।
साल 2014 के चुनाव के नतीजे क्या थे?
लोकसभा चुनाव 2014 में भाजपा ने यहां से एसएस आहलुवालिया को चुनावी मैदान में उतारा था। वहीं तृणमूल कांग्रेस ने बाईचुंग भूटिया को चुनावी मैदान में उतारा था। बता दें कि सीपीआईएम ने यहां से समन पाठक और कांग्रेस ने सजॉय घाटक को चुनावी मैदान में उतारा था।
2014 में वोटर्स की संख्या कितनी थी?
अगर दार्जिलिंग लोकसभा सीट पर वोटरों की संख्या की बात करें तो यहां 2014 में कुल वोटर 14,37,154 थे। इसमें से पुरुष वोटरों की संख्या 7,37,062 है तो वहीं महिला वोटरों की संख्या 7,00,062 है।
साल 2019 के चुनाव के नतीजे क्या थे?
लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ने यहां से राजू बिष्ट को मैदान में उतारा था। वहीं टीएमसी ने अमर सिंह राय को टिकट दिया था। बिष्ट को कुल 7,50,067 वोट मिले। वहीं अमर सिंह राय को 3,36,624 वोट मिले। ऐसे में वर्तमान में इस सीट पर भाजपा का कब्जा है।
साल 2009 में क्या थे चुनाव के नतीजे?
लोकसभा चुनाव 2009 की बात करें तो भाजपा ने यहां से जसवंत सिंह को टिकट दिया था। वहीं सीपीआईएम ने जिबेश सरकार को टिकट दिया था। कांग्रेस ने दावा नरबुला को टिकट दिया था। बता दें कि इस चुनाव में जसवंत सिंह को 4,97,649 वोट मिले, जबकि जिबेश सरकार को 2,44,360 वोट मिले थे। इस चुनाव में भी भाजपा की जीत हुई थी। बता दें कि दार्जिलिंग लोकसभा सीट बंगाल में भाजपा का गढ़ मानी जाती है।
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