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Hindi News भारत राजनीति चुनाव Flashback: सोनिया गांधी की पॉलिटिक्स में एंट्री और वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए का जन्म, पढ़ें-1998 के किस्से

चुनाव Flashback: सोनिया गांधी की पॉलिटिक्स में एंट्री और वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए का जन्म, पढ़ें-1998 के किस्से

सोनिया गांधी ने साल 1998 में राजीतिक में एंट्री की थी जबकि इसी साल अटल जी के नेतृत्व में बीजेपी ने 13 पार्टियों का एक गठबंधन बनाया जिसका नाम एनडीए रखा गया था।

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नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की स्थापना 1998 में हुई थी। जिसका नेतृत्व अटल विहारी वाजपेयी ने किया था। एनडीए का गठन करने का उद्देश्य कांग्रेस का मुकाबला करना था। लालकृष्ण आडवाणी ने 2014 तक एनडीए का संयोजक के रुप में कार्य किया। इसके बाद नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए ने 2014 और 2019 के आम चुनावों में बड़ी जीत हासिल की।

अलग-अलग विचारधारों की पार्टियां हुई थी शामिल

एनडीए में अलग-अलग विचारधाराओं वाली कई क्षेत्रीय पार्टियां शामिल थीं। गठबंधन को चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें अन्नाद्रमुक द्वारा समर्थन वापस लेने के कारण सरकार का पतन भी शामिल था। 1999 में एनडीए ने जनादेश के साथ सत्ता हासिल कर ली। हालांकि, 2004 के चुनावों में एनडीए को झटका लगा।

पहली बार एनडीए में ये पार्टियां शामिल थीं
 

  1. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
  2. पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) 
  3. तमिलनाडु में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) 
  4. बिहार की समता पार्टी
  5. महाराष्ट्र में शिव सेना  
  6. ओडिशा (तब उड़ीसा) में बीजू जनता दल (बीजद)
  7. कर्नाटक में लोक शक्ति
  8. पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (SAD) 
  9. तमिलनाडु में पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) 
  10. तमिलनाडु में मरुमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके) 
  11. हरियाणा में हरियाणा विकास पार्टी (एचवीपी) 
  12. तमिलनाडु में जनता पार्टी (जेपी) 
  13. तमिलनाडु में तमिझागा राजीव कांग्रेस (TRC) 

सोनिया गांधी की राजनीति में एंट्री

साल 1998 में सोनिया गांधी के पॉलिटिक्स में एंट्री ने हलचल मचा दी। वह मार्च 1998 में कांग्रेस की अध्यक्ष बन गईं। हालांकि, उनके नेतृत्व को आंतरिक असंतोष का सामना करना पड़ा। जिसके कारण 1999 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में उनका विरोध हुआ। विदेशी के मुद्दे पर पार्टी में और विपक्षी दलों ने सोनिया गांधी को घेरा।

 

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