लोकसभा चुनाव 2024 के बीच दुष्प्रचार करने के मकसद से गृह मंत्री अमित शाह का एडिटेड वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था। पुलिस की ओर से इस मामले में लगातार कार्रवाई की जा रही है। अब इस बात का खुलासा हो हो गया है कि सबसे पहले किस राज्य से गृह मंत्री शाह का एडिटेड वीडियो वायरल किया गया था। पुलिस द्वारा IFSO जांच में इस बात का बड़ा खुलासा किया गया है। अमित शाह का एडिटेड वीडियो सबसे पहले तेलंगाना के आईपी एड्रेस से पोस्ट किया गया था।
तेलंगाना पुलिस ने 4 को गिरफ्तार किया
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस साइबर सेल की टीम तेलंगाना में मौजूद है। सूत्रों के मुताबिक, जिन 4 लोगों को तेलंगाना पुलिस ने गिरफ्तार किया उनसे दिल्ली साइबर सेल पूछताछ करेगी। साइबर सेल ट्रांजिट रिमांड पर चारों को दिल्ली ला सकती है। गिरफ्तार चारों लोग तेलंगाना कांग्रेस के नेता और सोशल मीडिया से जुड़े है। तेलंगाना पुलिस ने जिन 4 लोगो को गिरफ्तार किया उसमें शिव कुमार, असम तस्लीम, सतीश manne और नवीन pettem शामिल हैं। दिल्ली साइबर सेल ने इन चारों लोगो को FIR दर्ज करने के बाद पूछताछ के लिए समन भी किया था।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, गृह मंत्री अमित शाह का आरक्षण को लेकर एक फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। इस मामले में बीते रविवार को बड़ा एक्शन लिया गया था। फर्जी वीडियो फैलाने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर की गई थी। इस फर्जी वीडियो को लेकर ये भ्रम फैलाया जा रहा था कि अमित शाह ने एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण हटाने की बात कही। जबकि वास्तविकता में उन्होंने ऐसा नहीं कहा था।
गृह मंत्री ने क्या कहा?
पूरे मामले पर गृह मंत्री अमित शाह ने भी बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि विपक्ष की हताशा और निराशा इस स्तर पर पहुंच गई है कि उन्होंने मेरा और कुछ भाजपा नेताओं का फेक वीडियो बनाकर सार्वजनिक किया है। उनके मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष आदि ने भी इस फेक वीडियो फॉरवर्ड करने का काम किया है। शाह ने कहा कि जब से राहुल गांधी ने कांग्रेस की कमान संभाली है तब से वह राजनीति के स्तर को नए निचले स्तर पर ले जाने का काम कर रहे हैं।
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फर्जी वीडियो मामले पर आया अमित शाह का बयान, बोले- ये कांग्रेस की हताशा को दिखाता है
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