Lok Sabha Elections 2024: राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की खबर पर BJP नेताओं ने ली चुटकी, जानें किसने क्या कहा
शुक्रवार को जैसे ही खबर आई कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी रायबरेली और केएल शर्मा अमेठी से चुनाव लड़ेंगे, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आने लगी।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट पर उम्मीदवार को लेकर कई दिनों जारी सस्पेंस खत्म हो गया है। कांग्रेस ने रायबरेली से राहुल गांधी को चुनावी मैदान में उतारने का ऐलान कर दिया है। यह सीट पहले राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी के पास थी। रायबरेली की सीट से बतौर कांग्रेस प्रत्याशी राहुल गांधी के नाम का ऐलान होते ही बीजेपी नेताओं ने इस मुद्दे पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी। इन नेताओं में अनुराग ठाकुर, केशव प्रसाद मौर्य से लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव तक शामिल हैं।
‘रायबरेली की जनता राहुल गांधी को वापस भेजने के लिए तैयार बैठी है’
रायबरेली लोकसभा सीट से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उम्मीदवारी पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, "पहले राहुल गांधी अमेठी से भागे और वायनाड जाकर रुके, अब वायनाड में उनकी हार सुनिश्चित है और हार सुनिश्चित जान कर रायबरेली आ रहे हैं। वायनाड की जनता बखूबी जानती है कि ये जनहित के बजाय अपना स्वार्थ की राजनीति करने वाले लोग हैं इसलिए रायबरेली की जनता राहुल गांधी को वापस भेजने कि लिए तैयार बैठी है।"
हम ये दोनों सीटें तो बहुत बड़े नंबर से जीतेंगे: केशव प्रसाद मौर्य
कांग्रेस नेता की रायबरेली से उम्मीदवारी पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘राहुल गांधी और गांधी परिवार में अमेठी-रायबरेली से चुनाव लड़ने का साहस नहीं हो रहा है लेकिन किसी ने उन्हें (राहुल गांधी) समझाया होगा कि पिछली बार सोनिया गांधी इतने मतों से जीत गई थीं इसलिए आप अमेठी ना जाकर रायबरेली चलिए। रायबरेली में राहुल गांधी की अमेठी से भी बड़ी पराजय होने जा रही है। हम ये दोनों सीटें तो बहुत बड़े नंबर से जीतेंगे ही उत्तर प्रदेश की 80 की 80 सीटें भी जीतेंगे।’
वायनाड से हार की आशंका देखते हुए रायबरेली आ गए: मोहन यादव
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी को लेकर जिस तरह का माहौल बना है, वही कारण है कि कांग्रेस पहले तो तय नहीं कर पा रही थी कि क्या करना चाहिए। पिछली बार राहुल गांधी अमेठी से हार कर केरल की तरफ भागे थे। अब वायनाड से हार की आशंका देखते हुए रायबरेली आ गए... उत्तर प्रदेश का माहौल मोदीमय हो चुका है। हम पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ने जा रहे हैं। रायबरेली की जनता भी उनका इंतजार कर रही है कि कांग्रेस ने पीएम मोदी के बारे में जो भी हल्की बातें कही हैं उसका हिसाब उन्हें देना पड़ेगा।’
कहीं न कहीं कांग्रेस पार्टी में कुछ न कुछ चल रहा है: अनुराग ठाकुर
वहीं, राहुल गांधी की उम्मीदवारी पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने धर्मशाला में कहा, ‘कुछ समय पहले तक राहुल गांधी कहते थे, डरो मत। अब डर-डर कर कभी अमेठी से वायनाड और कभी वायनाड से रायबरेली जा रहे हैं। डर तो इतना है कि वे (राहुल गांधी) एक साथ कहीं दोनों ही ना हार जाएं। वे अपनी बहन को भी न्याय नहीं दिला पाए। उनकी लिस्ट में कहीं भी उनकी बहन (प्रियंका गांधी) का नाम नहीं आया है। ये दिखाता है कि कहीं न कहीं कांग्रेस पार्टी में कुछ न कुछ चल रहा है।’
आज राहुल गांधी ने अमेठी को सरेंडर कर दिया: शहजाद पूनावाला
रायबरेली से राहुल गांधी की उम्मीदवारी पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘क्या राहुल जी डरो मत कहते-कहते अमेठी से लड़ो मत...आज राहुल गांधी ने अमेठी को सरेंडर कर दिया। आज राहुल गांधी अमेठी में जाने से डरते हैं। राहुल गांधी भी जानते हैं कि जो उनका परिवार 50 सालों में नहीं कर पाया वो 5 साल में स्मृति ईरानी, योगी जी और मोजी जी ने अमेठी के लोगों के लिए किया। इसलिए अमेठी जाने की हिम्मत कांग्रेस के प्रथम परिवार में नहीं है।’
अमेठी और रायबरेली में पांचवें फेज में 20 मई को होगी वोटिंग
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया था कि राहुल गांधी को रायबरेली और किशोरी लाल शर्मा को अमेठी लोकसभा सीट से मैदान में उतारा गया है। केएल शर्मा गांधी परिवार की अनुपस्थिति में इन दोनों प्रतिष्ठित निर्वाचन क्षेत्रों की देखभाल कर चुके हैं। 7 चरणों में हो रहे लोकसभा चुनाव के 5वें चरण में 20 मई को जिन सीटों पर मतदान होगा, उनके लिए नामांकन दाखिल करने की आज आखिरी तारीख है। रायबरेली और अमेठी सीटों पर मतदान 20 मई को ही होगा, जबकि मतगणना 4 जून को होगी।