बाला साहेब ठाकरे से रजत शर्मा ने पूछा तीखा सवाल, तो लोगों ने कहा- जिंदा नहीं जा पाओगे, सुनें वो किस्सा
'आप की अदालत' के इस खास एपिसोड 'Legends of Aap Ki Adalat' में इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा ने बाला साहेब ठाकरे का एक बेहद दिलचस्प किस्सा सुनाया।
Legends of Aap Ki Adalat: इंडिया टीवी का 'आप की अदालत' सबसे चर्चित शो है। इस शो को हमेशा से ही दर्शकों ने खूब सराहा है। इस शो को टीवी पर ही नहीं, बल्कि इंटरनेट पर भी खूब देखा जाता है। अब तक 190 से भी ज्यादा शख्सियतें इस शो के 'कटघरे' में आकर इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों के जवाब दे चुकी हैं। 'आप की अदालत' के इस खास एपिसोड 'Legends of Aap Ki Adalat' में कुछ ऐसे चुनिंदा किस्से सामने आए, जो पहले कभी जाहिर नहीं हुए थे। एक ऐसा ही किस्सा बाला साहेब ठाकरे से जुड़ा है।
इंडिया टीवी के खास कार्यक्रम 'Legends of Aap Ki Adalat' में इस किस्से का जिक्र करते हुए रजत शर्मा ने बताया, "बाला साहेब ठाकरे को जब 'आप की अदालत' में बुलाने गया, तो मेरे एक दोस्त थे, जो उन्हें अच्छी तरह से जानते थे, वो मुझे उनके पास लेकर गए। जब मैं उन्हें शो में आने के लिए निमंत्रण देने गया, तो उनसे मेरी बात होने लगी, तो उन्होंने कहा कि मैं आपका प्रोग्राम देखता हूं, आप टाइगर हो, जबरदस्त सवाल पूछते हो। फिर प्रोग्राम के लिए तैयार हो गए। जो साहब मुझे लेकर गए थे, उनके बारे में मुझसे पूछा कि ये आपके साथ आए हैं। वे चकरा गए कि ये क्या हुआ। वो बड़े नाराज हो गए कि मैं इसका प्रोग्राम बिल्कुल नहीं करने वाला, हालांकि आखिरकार वो प्रोग्राम के लिए आए। बाल ठाकरे लीजेंड थे, पूरे महाराष्ट्र शहर में उनका खौफ था।"
'मुझे तुम्हारा ख्याल है, जिंदगी बची रहनी चाहिए'
रजत शर्मा ने आगे बताया, "प्रोग्राम के दौरान पर्दे के पीछ जो हुआ वो मैं कभी नहीं भूल सकता। प्रोग्राम मुंबई के एक स्टूडियो में रिकॉर्ड हो रहा था। रिकॉर्डिंग के बीच जब मैंने ब्रेक अनाउंस किया, तो ऑडियंस में एक बुढ़ी औरत आगे बैठी हुई थीं। मुझे इशारे से बुलाया। मैं उनके पास गया कि जी बताएं, तो उन्होंने कहा कि बेटा अब बहुत हो गया, उनसे और ज्यादा टेढ़े सवाल मत पूछो। मैंने कहा कि मां जी आप ऐसा क्यों कह रही हैं, तो उन्होंने कहा कि इनके जो शिवसैनिक हैं वो यहां से जिंदा वापस नहीं जाने देंगे। ये जो उल्टे-सीधे पूछ रहे हो, किसी को हिम्मत नहीं होती पूछने की, मैं तुम्हारे साथ हूं, लेकिन मुझे तुम्हारा ख्याल है, जिंदगी बची रहनी चाहिए।"
'बाला साहब बोले, पहली बार एक टाइगर को टाइगर मिला'
उन्होंने आगे बताया, "मैं जैसे ही प्रोग्राम शुरू किया तो मैंने कहा कि बाला साहब मुझे कुछ लोग कर रहे हैं कि उल्टे सवाल पूछूंगा, तो मैं यहां से जिंदा वापस नहीं जाऊंगा, तो उन्होंने कहा कि मेरा मैदान है, जो पूछना है पूछो। पहली बार एक टाइगर को टाइगर मिला है। इस प्रोग्राम के बाद वो मुझे बार-बार बुलाते थे। प्रोग्राम के वक्त उन्होंने दिलीप साहब का जिक्र किया था, तो मैंने उन्हें कहा था कि मैं दिलीप साहब को बुलाना चाहता हूं, आपकी बड़ी दोस्ती है उनसे, तो उन्होंने कहा कि दोस्ती थी, हम मुंडेर पर बैठकर बीयर पीते थे, चने खाते थे...अब बीयर भी है, मुंडेर भी है, चने भी है, लेकिन वो गायब हो गया।"