लोकसभा की सुरक्षा में सेंध, नेताओं ने बताया- कैसा था मंजर? संसद पर हमले की बरसी पर हुआ हादसा
लोकसभा में ये हादसा ऐसे समय में हुआ है जब आज संसद पर हमले की 22वीं बरसी मनाई जा रही है। इस बीच चर्चा हो रही है कि दोनों शख्स किसके रेफरेंस से सदन में घुसे थे? इस हादसे को नेताओं ने लोकसभा की बड़ी चूक बताई है।
संसद में जारी शीतकालीन सत्र के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। दो अनजान लोगों ने लोकसभा में घुसकर बवाल काटा। संसद की कार्यवाही के दौरान ही दोनों अज्ञात दर्शक दीर्घा से सीटों पर कूद गए, जहां पर सांसद बैठे होते हैं। दोनों के कूदते ही सदन में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। इसे देख संसद के सुरक्षाकर्मी तुरंत एक्शन में आए और दोनों को पकड़ लिया। इस अफरा-तफरी के दौरान कई सांसद सदन से बाहर आ गए। यह मामला ऐसे समय में हुआ है जब आज संसद पर हमले की 22वीं बरसी मनाई जा रही है। इस बीच चर्चा हो रही है कि दोनों शख्स किसके रेफरेंस से सदन में घुसे थे? इस हादसे को नेताओं ने लोकसभा की बड़ी चूक बताई है। जानिए किस नेता ने क्या कहा?
युवकों को गुरजीत सिंह औजला ने पकड़ा
सदन में दर्शक दीर्घा से नीचे कूदने वाले दो लोगों को पकड़ने वाले कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने घटना के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "उसके हाथ में कुछ था, जिससे पीला रंग का धुआं निकल रहा था। मैंने उसे छीन लिया और बाहर फेंकता रहा। यह एक बड़ा सुरक्षा उल्लंघन है।"
कार्ति चिदंबरम बोले- वे कुछ नारे लगा रहे थे
लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन को लेकर कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा, "अचानक करीब 20 साल के दो युवक दर्शक दीर्घा से सदन में कूद पड़े और उनके हाथ में कनस्तर थे। इन कनस्तरों से पीला धुआं निकल रहा था। उनमें से एक अध्यक्ष की कुर्सी की ओर भागने की कोशिश कर रहा था। वे कुछ नारे लगा रहे थे। धुआं जहरीला हो सकता था। यह सुरक्षा का गंभीर उल्लंघन है, खासकर 13 दिसंबर को, जिस दिन 2001 में संसद पर हमला हुआ था।"
लोकसभा के अंदर कुछ भी हो सकता था: डिंपल यादव
समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव ने कहा, "जो भी लोग यहां आते हैं- चाहे वे आगंतुक हों या पत्रकार, वे टैग नहीं रखते हैं, इसलिए मुझे लगता है कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से सुरक्षा चूक है। लोकसभा के अंदर कुछ भी हो सकता था।"
निश्चित रूप से कोई खामी है: राजेंद्र अग्रवाल
लोकसभा में सुरक्षा में सेंध को लेकर स्पीकर की अध्यक्षता कर रहे बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने बताया, "निश्चित रूप से कोई खामी है। जब पहला व्यक्ति नीचे आया, तो हमें लगा कि वह गिर गया होगा, लेकिन जब दूसरा व्यक्ति नीचे आने लगा तो हम सभी सतर्क हो गए। शख्स ने अपना जूता खोलकर कुछ बाहर निकालने की कोशिश की जिसके बाद धुआं निकला। इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्पीकर और जिम्मेदार लोग इस पर फैसला लेंगे। जब यह सब हुआ तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी सदन में पहुंचे।"
बरसी के दिन ऐसी घटना कैसे हुई: अधीर रंजन
संसद में सुरक्षा को लेकर हुई चूक पर कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "संसद हमले की बरसी पर ऐसी चूक कैसे, बरसी के दिन ऐसी घटना कैसे हुई। सिक्योरिटी करने वाले अधिकारी कहां थे?"
जब वे नीचे कूदे तो पीछे की बेंचें खाली थीं: अरविंद सावंत
शिवसेना (यूबीटी) सांसद अरविंद सावंत ने कहा, "कोई घायल नहीं हुआ। जब वे नीचे कूदे तो पीछे की बेंचें खाली थीं, इसलिए वे पकड़े गए। सदन में दो मंत्री थे।"
यह एक भयानक अनुभव था: सुदीप बंदोपाध्याय
टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, "यह एक भयानक अनुभव था। कोई भी अनुमान नहीं लगा सका कि उनका लक्ष्य क्या था और वे ऐसा क्यों कर रहे थे। हम सभी तुरंत सदन से बाहर चले गए, लेकिन यह एक सुरक्षा चूक थी। वे धुआं छोड़ने वाले उपकरणों के साथ कैसे प्रवेश कर सकते थे?"
स्पीकर ओम बिड़ला बोले- जांच के बाद ही तस्वीर साफ होगा
संसद की सुरक्षा में चूक पर स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा, "पूरे मामले की जांच हो रही है, जांच के बाद ही तस्वीर साफ होगा।"