केरल के कालामसेरी में ईसाई समुदाय के कार्यक्रम में रविवार को हुए धमाकों ने पूरे देश में सनसनी फैला दी है। सुरक्षा एजेंसियों ने इस घटना के पीछे आतंकी एंगल होने का शक जाहिर किया है। इस घटना के बाद राज्य के सीएम पिनाराई विजयन ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। अब इस बैठक में मौजूद सभी दलों ने इस बम ब्लास्ट को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया है।
केरल विश्व आकर्षण का केंद्र
केरल के राजनीतिक दलों की ओर से जारी प्रस्ताव में कहा गया है कि भाईचारा और समानता की सामाजिक स्थिति ने केरल को दुनिया के ध्यान आकर्षण का केंद्र बना दिया है। केरलवासियों की अपने जीवन की कीमत पर भी इस माहौल को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध रहने की परंपरा है। हालांकि, हम जानते हैं कि ऐसे लोग भी हैं जो केरल के इस गौरवपूर्ण सामाजिक स्थिति के प्रति असहिष्णु हैं और इसे खत्म करने के लिए उत्सुक हैं।
केरल को तोड़ने के प्रयास के खिलाफ
जारी किए गए प्रस्ताव में कहा गया कि ये बैठक स्पष्ट करती है कि किसी भी कीमत पर हम यह सुनिश्चित करेंगे कि केरल को तोड़ने के अलग-अलग प्रयासों पर काबू पाकर एक मन से आगे बढ़ें। सभी लोगों से अनुरोध है कि वे किसी भी अलग घटना के आधार पर केरल, इसकी गौरवशाली धर्मनिरपेक्ष परंपरा, सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक विशिष्टता को बदनाम करने के किसी भी प्रयास के खिलाफ एकजुट हों। राज्य में मतभेदों से परे शांति, सांप्रदायिक सद्भाव और धर्मनिरपेक्ष सद्भाव को सभी स्तरों पर मजबूत किया जाएगा।
ब्लास्ट पर शक गहराया
जांच एजेंसियों को शक कि कन्वेंशन सेन्टर में इजराइल के समर्थन में पास हुए रेजोल्यूशन के चलते आतंकी संगठन ने इन सीरियल ब्लास्ट को अंजाम दिया। हालांकि ब्लास्ट में इस्तेमाल विस्फोटक के नमूनों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया। बता दें कि केरल में PFI का पूरा गढ़ मौजूद है, जो अपने संगठन पर बैन लगने के बाद से किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था, जांच एजेंसियां इसी एंगल से PFI कनेक्शन की भी तफ्तीश में जुटी हुईं हैं।
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