बेंगलुरु: कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम लिमिटेड (KMVASTDC) के अध्यक्ष बसनगौड़ा दद्दाल कथित तौर पर लापता हैं। बता दें कि ED उन्हें बोर्ड में अनियमितताओं के सिलसिले में हिरासत में लेने की तैयारी में था। सूत्रों ने शनिवार को बताया कि कर्नाटक में कांग्रेस के विधायक बसनगौड़ा दद्दाल बेंगलुरु या अपने पैतृक स्थान रायचूर में अपने आवास पर नहीं मिले। बसनगौड़ा दद्दाल शुक्रवार को विशेष जांच दल (SIT) के सामने पेश हुए थे और उसके बाद वे कहां हैं उनका पता नहीं है।
ED ने जुटा लिए थे पर्याप्त सबूत
सूत्रों ने आरोप लगाया कि ईडी की गिरफ्तारी से बचने के लिए दद्दाल अपनी इच्छा से SIT के सामने पेश हुए थे। हालांकि, एसआईटी अधिकारियों ने कथित तौर पर उन्हें समझाया कि ईडी उन्हें कभी भी हिरासत में लिया जा सकता है और उन्हें वापस भेज दिया। सूत्रों के अनुसार, ED ने दद्दाल द्वारा जनजातीय बोर्ड से कथित रूप से गबन किए गए पैसे को रियल एस्टेट में निवेश करने के संबंध में पर्याप्त सबूत जुटा लिए हैं। ED ने NEFT, RTGS और UPI लेनदेन के माध्यम से उनके परिवार के सदस्यों के खातों में ट्रांसफर की गई बड़ी मात्रा में धनराशि का भी पता लगाया है।
बेटे के नाम पर भी खरीदा था प्लॉट
दद्दाल ने कथित तौर पर भारतमाला नेशनल हाईवे के नजदीक रायचूर के बाहरी इलाके में जमीन के बड़े प्लॉट खरीदे हैं। उन्होंने इस साल 22 मई को अपने बेटे के नाम पर 4.31 एकड़ जमीन भी खरीदी। कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम लिमिटेड के अधीक्षक चंद्रशेखरन ने 26 मई को आत्महत्या कर ली थी। इसी मामले में ED ने राज्य के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता बी नागेंद्र को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया था। सूत्रों ने बताया कि ईडी दद्दाल को गिरफ्तार कर सकती है और संपत्ति के संबंध में उनके बेटे को भी नोटिस जारी कर सकती है। (IANS)
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