कर्नाटक में विधानसभा चुनाव खत्म हुए काफी समय हो गया है लेकिन राज्य में राजनीतिक बयानबाजी का दौर खत्म नहीं हुआ है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही समय-समय पर एक-दूसरे पर निशाना साधती रहती है। हाल ही में एक नया मामला सामने आया है जब कर्नाटक के सीएम के सिद्धारमैया ने रैली को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी को नीच कह दिया है। सिद्धारमैया के इस बयान के बाद अब नया राजनीतिक विवाद छिड़ सकता है।
क्या है पूरा मामला?
कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया अन्न भाग्य योजना के 10 साल पूरे होने पर बुधवार को कर्नाटक के तुमकुरू में आयोजित एक कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गरीब लोगों को मुफ्त में चावल मिले, इसीलिए उन्होंने केंद्र सरकार को पैसे देकर चावल की आपूर्ति की मांग की थी। लेकिन सरकार ने नीच हरकत करते हुए चावल देने से मना कर दिया।
भाजपा गरीबों की दुश्मन
सिद्धारमैया ने कहा- "क्या BJP वाले गरीबों के हितैषी हैं, नहीं वो नहीं हैं। हमने उनसे चावल मुफ्त में नहीं मांगा, हम उन्हें 36 रुपए प्रति किलो के हिसाब से पैसे दे रहे थे। पहले उन्होंने हां कहा लेकिन लेकिन लास्ट मिनिट में मना कर दिया। आप सबको पता होना चाहिए कि वो कितने नीच हैं, वो गरीबों के दुश्मन हैं, उनमें मानवता नहीं है। केंद्र की सरकार ने FCI को निर्देश दे दिया कि वो हमें चावल नहीं देंगे।"
आगामी चुनाव को लेकर तैयारी तेज
साल 2024 के लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने शेष रह गए हैं। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही कर्नाटक में पार्टी को बढ़त दिलाने के लिए मेहनत करने में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि भाजपा सीएम सिद्धारमैया के इस विवादित बयान को जनता के सामने भुना सकती है।
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