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Hindi News भारत राजनीति गुजरात विधानसभा चुनाव 2022: करंज विधानसभा सीट परिसीमन के बाद आया अस्तित्व में, क्या बीजेपी को टक्कर दे पाएगी कांग्रेस और आप

गुजरात विधानसभा चुनाव 2022: करंज विधानसभा सीट परिसीमन के बाद आया अस्तित्व में, क्या बीजेपी को टक्कर दे पाएगी कांग्रेस और आप

इस विधानसभा सीट पर 2017 में बीजेपी के नेता घोघारी प्रविणभाई मनजीभाई ने जीत दर्ज की। उन्हें 58,673 मत प्राप्त हुए तो वहीं कांग्रेस नेता भुंभलीया भावेशभाई गोविंदभाई दूसरे स्थान पर रहें। इन्हें 23,075 वोट मिले।

करंज विधानसभा सीट - India TV Hindi Image Source : INDIA TV करंज विधानसभा सीट

गुजरात में चुनावी रंग मंच जम चुका है। इस मंच पर सभी पार्टियों के उम्मीदवार अपनी जीत के लिए एड़ी चोटी एक कर रहे हैं। वहीं वर्तमान की बीजेपी सरकार फिर से जीतने के लिए चुनौतियों को स्वीकार्य करके मैदान में खड़ी है। इत्तर कांग्रेस और आप भी दमखम लगा चुके हैं ताकि बीजेपी को इस बार हार मिले। आप अपने आप को काफी मजबूत स्थिति में बता रही है।  अब क्या होगा? इस बात पर मुहर गुजरात की जनता ही लगाएगी। सभी पार्टियों के नेता हर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा कर रहे हैं। आज हम ऐसी ही एक सीट की बात करेंगे जिस पर बीजेपी ने 2012-2017 में जीत दर्ज की थी।  

दो चरणों में मतदान होगा
इससे पहले ये जान लें कि चुनाव की तारीख क्या है? प्रदेश में मतदान दो चरणों में होने जा रहा है। 1 दिसंबर को प्रथम चरण का चुनाव होना है और दूसरे चरण का मतदान 5 दिसंबर को होगा। वहीं 8 दिसंबर को मतों की गिनती होगी। इस बार बीजेपी समेत सभी पार्टियों की नजर हर सीट पर है। बीजेपी चाहती है कि 2017 में जो सीटे अपने पाले में रखी थी इस बार भी अपने पाले में रखे। इसके लिए पीएम मोदी से लेकर बीजेपी के कई दिग्गज नेता गुजरात में चुनावी सभा लगातार कर रहे हैं। अगर हम बात करें करंज विधानसभा सीट की तो यहां पर बीजेपी का कब्जा है। ये विधानसभा गुजरात के सूरत जिले में आता है।

परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया 

इस विधानसभा सीट पर 2017 में बीजेपी के नेता घोघारी प्रविणभाई मनजीभाई ने जीत दर्ज की। उन्हें 58,673 मत प्राप्त हुए तो वहीं कांग्रेस नेता भुंभलीया भावेशभाई गोविंदभाई दूसरे स्थान पर रहें। इन्हें 23,075 वोट मिले। यानी ये अंतर बताता है कि बीजेपी की जीत काफी भारी बहुमत से हुई थी। जानकारी के लिए बता दें कि गुजरात के सूरत जिले की करंज विधानसभा सीट पर 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी। यहां पर दो बार चुनाव हुए जिसमें बीजेपी की दोनो बार जीत हुई थी। अब देखना है कि कांग्रेस और आप बीजेपी को इस बार टक्कर दे पा रही है या नहीं। वहीं इस विधानसभा क्षेत्र के शहरी इलाकों में पाटीदार के सबसे अधिक हैं। इन इलाकों में हीरो और एम्ब्रोइडरी की करखाने है। इस विधानसभा में कई राज्यों के लोग काम करने आते हैं। यहां पर काफी करखाने है। 

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