दिल्ली शराब घोटाला: 9 घंटे तक चली के.कविता से पूछताछ, 16 मार्च को फिर ED के सामने होना होगा पेश
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के बाद अब भारत राष्ट्र समिति की MLC के.कविता पर ED का शिकंजा कसता जा रहा है।
नई दिल्ली: दिल्ली शराब घोटाला केस में प्रवर्तन निदेशालय यानी कि ED के कई समन के बाद आज आखिरकार BRS नेता के.कविता जांच एजेंसी के सामने पेश हुई हैं। ED ने उसने लगभग 9 घंटों तक पूछताछ की और उन्हें दोबारा पेश होने का समान दिया है। अब के. कविता को पूछताछ के लिए 16 मार्च को एकबार फिर से जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने होगा। ED ने शराब घोटाला मामले में शुक्रवार को दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर 7 दिन के लिए रिमांड पर ले लिया है। शराब घोटाले में सिसोदिया के बाद अब के. कविता पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटकती दिख रही है।
कविता का आज हुआ ED से सामना
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के बाद अब भारत राष्ट्र समिति की MLC के.कविता पर ED का शिकंजा कसता जा रहा है। ED आज कविता से दिल्ली शराब घोटाले को लेकर सवाल-जवाब किए गए। जांच एजेंसी ने उसने लगभग 9 घंटों तक पूछताछ की और इस दौरान उन्हें 1 घंटे का लंच ब्रेक भी दिया गया। कविता से शराब घोटाले में गिरफ्तार पूर्व सहयोगी अरुण पिल्लई के सामने बिठा कर पूछताछ की जा सकती है। अरुण पिल्लई का 6 दिन की रिमांड 13 मार्च को खत्म हो रही है।
कविता पर क्या हैं आरोप?
पिल्लई के रिमांड एप्लीकेशन में ED ने दावा किया है कि अरुण पिल्लई दिल्ली के शराब कारोबार में के.कविता का मुखौटा मात्र था। ED का दावा है कि अरुण पिल्लई, शराब कारोबारियों के साउथ ग्रुप की तरफ से विजय नायर से डील कर रहा था, और साउथ ग्रुप की तरफ से दिल्ली में शराब के ठेके लेने के लिए आम आदमी पार्टी को 100 करोड़ रुपए दिए गए थे। विजय नायर को सिसोदिया के साथ आम आदमी पार्टी की टॉप लीडरशिप का करीबी बताया जा रहा है। ED ने मनीष सिसोदिया की रिमांड एप्लीकेशन में जो बातें लिखी हैं, उनमें के. कविता की भूमिका का भी जिक्र है।
सिसोदिया की रिमांड कॉपी में कविता का नाम
ED ने मनीष सिसोदिया की रिमांड कॉपी में दावा किया है कि सिसोदिया और के. कविता दोनों एक-दूसरे के संपर्क में थे और दोनों ने मिलकर दिल्ली की शराब नीति से दक्षिण की कंपनियों को फायदा पहुंचाया। ED की रिमांड कॉपी में इनकी सांठ-गांठ का कई बार जिक्र किया गया है। इतना ही नहीं ईडी की रिमांड कॉपी में अरविंद केजरीवाल का भी नाम है। रिमांड कॉपी में 34 नंबर पेज पर के. कविता और समीर महेंद्रु के नाम का जिक्र है। 35 नंबर पेज पर आईटीसी हैदराबाद में बैठक का जिक्र है, और पेज नंबर 38 में ईडी के सरकारी गवाह बन चुके दिनेश अरोड़ा से पूछताछ का हवाला देकर कहा गया है कि AAP सांसद संजय सिह ने फंड जुटाने को कहा था।
ED ने कविता लगाए हैं कई गंभीर आरोप
ED ने आरोप लगाया कि शराब घोटाले की जांच में ये पाया गया है कि साउथ ग्रुप के साथ हिस्सेदारी साझा करने वाली कंपनियों में से एक समीर महेंद्रू की कंपनी मैसर्स इंडो स्पिरिट्स है। समीर ने साउथ ग्रुप के प्रतिनिधियों के साथ इस फर्म का गठन किया और इस फर्म में 65 फीसदी भागीदारी दी। इस फर्म की हिस्सेदारी में अरुण पिल्लई और प्रेम राहुल मंडुरी शामिल हुए। ईडी का दावा है कि ये दोनों के. कविता का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। यह भी दावा किया गया है कि विजय नायर के कहने पर ही समीर महेंद्रू ने इन व्यक्तियों के साथ फर्म में साझेदारी की।
पूछताछ से पहले कविता का शक्ति प्रदर्शन
पूछताछ से एक दिन पहले के.कविता ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर महिला आरक्षण बिल को लेकर भूख हड़ताल की जिसमें विपक्ष के 12 दलों के नेता समर्थन देने के लिए आए। धरने में आम आदमी पार्टी, शिवसेना, अकाली दल, पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस, टीएमसी, जेडीयू, NCP, CPI, CPM, समाजवादी पार्टी और RJD के नेता शामिल हुए। कविता के इस धरने को उनके शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है। कविता आरोप लगा रही हैं कि तेलंगाना में चुनाव से पहले मोदी सरकार उनके पिता के खिलाफ राजनीतिक बदले की भावना से काम कर रही है। वह शराब घोटाले में अपनी भूमिका से लगातार इनकार कर रही हैं और आरोप लगा रही हैं कि ईडी लोगों को टॉर्चर कर उनसे जबरन बयान दिलवा रही है।