देश की राजधानी दिल्ली में स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदल दिया गया है। इस म्यूजियम को प्राइम मिनिस्टर म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के नाम से जाना जाएगा। नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने के बाद से कांग्रेस पार्टी लगातार भाजपा व नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रही है। इस मामले पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वो दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं। Nehru Memorial Museum & Library का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
सोशल मीडिया पर भिड़े भाजपा-कांग्रेस नेता
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इससे केवल BJP-RSS की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये का परिचय मिलता है। मोदी सरकार की बौनी सोच, 'हिन्द के जवाहर' का भारत के प्रति विशालकाय योगदान कम नहीं कर सकती। बता दें कि इस मामले पर अब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जवाब देते हुए कहा है कि यह एक राजनीतिक अपच का उत्कृष्ट उदाहरण है। एक साधारण सोच को स्वीकार करने में यह असमर्थता दिखाती है कि कैसे एक वंश से अलग नेता देश के निर्माण में योगदान दे रहे हैं। पीएम संग्रहालय राजनीति से परे एक प्रयास है। कांग्रेस के पास इसे साकार करने के लिए दृष्टि का अभाव है।
जेपी नड्डा बोले- इसलिए कांग्रेस को नकार रहे लोग
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कांग्रेस का दृष्टिकोण विडंबनापूर्ण है, क्योंकि उनकी पार्टी का एकमात्र योगदान पिछले सभी प्रधानमंत्रियों की विरासत को मिटाना है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल एक परिवार की ही विरासत बची रहे। जेपी नड्डा ने कहा कि पीएम संग्रहालय में हर पीएम को सम्मान मिला है। पंडित नेहरू से संबंधित धारा में बदलाव नहीं किया गया है। इसके विपरीत इसकी प्रतिष्ठा को बढ़ाया गया है। एक ऐसी पार्टी के लिए जिसमें भारत पर 50 से अधिक वर्षों तक शासन किया, उनती तुच्छता वास्तव में दुखद है। यही कारण भी है कि लोग उन्हें नकार रहे हैं।
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