नीतीश कोई बड़ा फैसला लेने जा रहे हैं? आज पहुंचेंगे दिल्ली, कल होगी JD (U) राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
राजनीतिक गलियारे में नीतीश कुमार के एक बार फिर एनडीए में लौटने की खबरें चल रही है। हालांकि जेडीयू की ओर इन बातों को निराधार और अफवाह बताया गया है। लेकिन हाल के दिनों में जिस तरह का घटनाक्रम रहा है वो किसी बड़ी हलचल का संकेत दे रहे हैं।
नई दिल्ली: कई तरह की सियासी अटकलों के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज दिल्ली पहुंचने वाले हैं। जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली में ही होनेवाली है। हालांकि यह बैठक कल होनेवाली है लेकिन इससे पहले वे आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों से मिलेंगे। नीतीश कुमार अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से नाराज़ हैं और उन्हें पार्टी अध्यक्ष के पद से हटाने पर चर्चा हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक ललन सिंह आजकल जेडीयू और नीतीश कुमार से ज्यादा जिस तरह लालू-तेजस्वी और RJD की बात करते हैं वह JDU के कई नेताओं को पसंद नहीं आ रहा और उन्होंने इसकी शिकायत नीतीश कुमार से की है।
एनडीए में वापसी की खबरें निराधार-जेडीयू
दरअसल, राजनीतिक गलियारे नीतीश कुमार के एक बार फिर एनडीए में लौटने की खबरें चल रही है। हालांकि जेडीयू की ओर इन बातों को निराधार और अफवाह बताया गया है। लेकिन हाल के दिनों में जिस तरह का घटनाक्रम रहा है वो किसी बड़ी हलचल का संकेत दे रहे हैं। नीतीश कुमार बेहद खामोशी के साथ बड़े फैसले लेने के लिए जाने जाते हैं और जल्दी किसी को भनक भी नहीं लगने देते। दिल्ली रवाना होने से पहले भी उन्होंने बताया कि
आज कार्यकारिणी के सदस्यों से मिलेंगे नीतीश
नीतीश कुमार आज दिल्ली में जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों से मिलेंगे और कल पार्टी की नेशनल एक्जीक्यूटिव की मीटिंग है। ये कयास लगाए जा रहे हैं कि ललन सिंह को हटाने पर बात हो सकती है। हालांकि नीतीश कुमार ने सोमवार को उन अटकलों को खारिज कर दिया था कि पिछले हफ्ते दिल्ली में विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाने का सुझाव और उन्हें गठबंधन का संयोजक नहीं बनाए जाने के कारण उन्हें ‘‘मायूसी’’ हुई और वे इसको लेकर उन्हें ‘‘नाराजगी‘‘ है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे कोई मायूसी नहीं हुई, कोई नाराज़गी नहीं हुई।’’
हमारी अपनी कोई इच्छा नहीं-नीतीश
नीतीश ने दिल्ली और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों क्रमश: अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी द्वारा खरगे के नाम प्रस्तावित किए जाने के बारे में कहा, ‘‘बैठक में मुद्दा (एक नेता के नाम का) आया। मैने शुरू में ही स्पष्ट कर दिया था कि हमारी अपनी कोई इच्छा नहीं है। सबलोग साथ मिलकर चलें यही हम चाहते हैं। फिर एक और नाम प्रस्तावित किया गया, मैंने कहा कि यह लिए ठीक है।’’ भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए में जदयू नेता के विरोधियों ने इस घटनाक्रम की आलोचना करते हुए दावा किया था कि आम आदमी पार्टी प्रमुख केजरीवाल और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो बनर्जी ने वास्तव में नीतीश की कथित प्रधानमंत्री पद की महत्वाकांक्षाओं को दरकिनार दिया है।
सीटों का बंटवारा जल्दी होना चाहिए-नीतीश
इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद खरगे ने जिस संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया उसमें कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री पद के चेहरे के मुद्दे को ठंडे बस्ते में रखने की इच्छा व्यक्त की थी और इस बात पर जोर दिया था कि इंडिया गठबंधन को पहले पर्याप्त संख्या में लोकसभा सीटें जीतने की जरूरत है। नीतीश से जनवरी तक सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के उनके कथित आग्रह के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हां, मैंने कहा था कि सीट बंटवारे को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जाना चाहिए। मैं पहले भी इसको लेकर अपने विचार व्यक्त कर चुका हूं। मुझे विश्वास है कि ऐसा सभी राज्यों में सही समय पर कर लिया जाएगा।’’ (इनपुट-भाषा)