'मैं नहीं कह रही कि मैं CM पद की रेस में हूं, विधायक अपना नेता चुनेंगे'- प्रतिभा सिंह
कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में 40 सीट जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया और इस तरह राज्य में हर पांच साल पर राज बदलने का रिवाज कायम रहा।
Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में पिछले माह में हुए चुनाव के नतीजे आ गए हैं। प्रदेश में कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को मात देकर अपना झंडा बुलंद करते हुए जीत दर्ज की। इसी बीच हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि विधायक अपना नेता चुनेंगे और अपनी राय पार्टी आलाकमान को बताएंगे। उन्होंने कहा कि मैं नहीं कह रही कि मैं CM पदे की दौड़ में हूं लेकिन यह चुनाव वीरभद्र सिंह के नाम पर जीता है, क्या आप उनके परिवार की विरासत की नज़रअंदाज़ कर सकते हैं।
40 सीटें जीत पूर्ण बहुमत हासिल किया
कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में 40 सीट जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया और इस तरह राज्य में हर पांच साल पर राज बदलने का रिवाज कायम रहा। चुनाव नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया। कांग्रेस ने शुक्रवार को अपने विधायकों की बैठक शिमला में बुलाई है, जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा बतौर पर्यवेक्षक शामिल होंगे। इस बैठक में विधायक दल का नेता चुनने के फैसले के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अधिकृत करते हुए प्रस्ताव पारित किया जा सकता है।
AAP का खाता तक नहीं खुला
वहीं, प्रदेश में पहली बार चुनाव में उतरी आम आदमी पार्टी ने अपना खाता तक नहीं खोल पाया। बता दें कि भरतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस लगभग चार दशकों से राज्य में बारी-बारी से शासन करती रही है। हिमाचल के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को यहां के लोगों से केवल 1.10 प्रतिशत वोटों हासिल हुए। इस बेहद खराब प्रदर्शन से प्रदेश में एक मजबूत तीसरी ताकत के रूप में उभरने की आम आदमी पार्टी की उम्मीद धराशायी हो गई।
'यह हमारा पहला चुनाव है, आखिरी चुनाव नहीं'
आम आदमी पार्टी ने दरंग विधानसभा क्षेत्र को छोड़कर 68 में से 67 सीट पर उम्मीदवार खड़े किए, लेकिन मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर चुप्पी बनाए रखी। इसके साथ ही राज्य में प्रचार करने के लिए कोई बड़ा नेता नहीं था। AAP के प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह ठाकुर ने कहा, "हम पांवटा साहिब, इंदौरा और नालागढ़ में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन नतीजे अनुकूल नहीं रहे। हमने अभी शुरुआत की है और अभी लंबा रास्ता तय करना है। यह हमारा पहला चुनाव है, आखिरी चुनाव नहीं।" उन्होंने कहा कि प्रदेश में संगठन को और मजबूत किया जाएगा।