हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार संकट में है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह के मंत्री से इस्तीफा देने और बीजेपी विधायकों के सस्पेंड के बीच सरकार बचाने और गिराने को लेकर जद्दोजहद तेज हो गई है। बागी विधायकों की बाड़ेबंदी की जा रही है। खबर है कि राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को वोट देने वाले विधायक मुख्यमंत्री से नाराज हैं और वे सीएम को बदलना चाहते हैं।
अज्ञान स्थान पर गए कांग्रेस के बागी विधायक
ताजा जानकारी के अनुसार, राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार को वोट देने वाले कांग्रेस के छह बागी विधायक बुधवार को एक हेलिकॉप्टर में सवार होकर हरियाणा से अज्ञात स्थान पर ले जाए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, राजिंदर राणा और रवि ठाकुर समेत सभी विधायक कल रात यहां एक होटल में रुके और सुबह ताऊ देवी लाल स्टेडियम के लिए रवाना हुए थे। राज्यसभा चुनाव में वोट डालने के बाद ये विधायक मंगलवार को शिमला से हरियाणा पहुंचे थे।
बीजेपी के संपर्क में हैं कांग्रेस के बागी
माना जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर संकट के बीच ये विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। खबरों के मुताबिक, 'क्रॉस वोटिंग' करने वाले ये विधायक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कार्यशैली से 'निराश' हैं और उन्हें पद से हटाने की मांग कर रहे हैं।
मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस्तीफा देने की घोषणा की
हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। कांग्रेस विधायक की घोषणा से पार्टी में असंतोष खुलकर सामने आ गया है। कांग्रेस मंगलवार को राज्य की एकमात्र राज्यसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से चुनाव हार गई थी।ऐसे में अपनी सरकार को गिरने से बचाने की खातिर कांग्रेस को अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए प्रत्यक्ष तौर पर काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं और शिमला (ग्रामीण) से विधायक हैं।
इनपुट- भाषा
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