हेमंत सोरेन को एक दिन की न्यायिक हिरासत, रिमांड पर कल फैसला, ईडी ने अरेस्ट करने की वजह कोर्ट को बताई
हेमंत सोरेन को ईडी ने कोर्ट में पेश कर दिया है। उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत ले जाया गया था। ईडी ने सोरेन को बुधवार देर रात में गिरफ्तार किया था।
रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बृहस्पतिवार को यहां धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) अदालत में पेश किया। कोर्ट ने हेमंत सोरेन को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। हेमंत सोरेन को बिरसा मुंडा कारागार में भेज दिया गया है। ईडी ने कोर्ट से सोरेन की 10 दिन की रिमांड मांगी थी। रिमांड पर शुक्रवार को भी बहस होगी। इसके बाद अदालत अपना फैसला सुनाएगी।
लंबी पूछताछ के बाद सोरेन को किया गया था गिरफ्तार
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन को बुधवार रात यहां उनके आधिकारिक आवास पर जमीन सौदे से जुड़े मनी लांड्रिंग के मामले में सात घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। ईडी ने भारी सुरक्षा के बीच सोरेन को यहां पीएमएलए अदालत में पेश किया।
जांच एजेंसी ने अदालत को बताया क्यों की JMM नेता की गिरफ्तारी
वहीं, ईडी ने जांच से जुड़े कुछ रिकॉर्ड भी कोर्ट में पेश किए हैं। ईडी ने कोर्ट को बताया कि 13 अप्रैल 2023 को छापेमारी में रेवेन्यू सब इंस्पेक्टर भानु प्रताप प्रसाद के यहां बड़े पैमाने पर जमीन से जुड़े रिकॉर्ड, रजिस्टर मिले। 1 जून 2023 को रांची में भानुप्रताप के खिलाफ रांची पुलिस ने केस दर्ज किया था। इसके बाद 26 जून 2023 को रांची पुलिस की एफआईआर पर इस मामले में ईडी ने मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया। जांच में पता चला की भानुप्रताप एक उस बड़े सिंडिकेट का हिस्सा था जो बड़े पैमाने पर सरकारी जमीनों की फर्जी सेल डीड बनाकर रेवेन्यू रिकॉर्ड में हेराफेरी कर जमीनों पर कब्जा करवाने में लगे थे।
कई जमीनों पर हेमंत सोरेन का कब्जा
ऐसी कई जमीनों पर हेमंत सोरेन का भी कब्जा था और ये उनके स्वामित्व में थीं। सोरेन की ऐसी कई संपत्तियों की जानकरियां भानुप्रताप के मोबाइल से मिलीं। ऐसी 12 जमीन के टुकड़ों की लिस्ट मिली जो करीब 8.5 एकड़ में थीं।
इन जमीनों पर हेमंत सोरेन ने अवैध तरीके से कब्जा किया था। इन जमीनों की तस्वीरों में भानुप्रताप ने हाथ से कुछ लिखा भी था और उन्हें वेरिफाई भी किया था।
सोरेन ने अवैध तरीके से किया है कब्जाः ईडी
इस मामले में कई और लोगों के पीएमएलए के तहत बयान दर्ज किए उन्होंने भी बताया की इन जमीन के टुकड़ों पर सोरेन ने अवैध तरीके से कब्जा किए हैं और इन पर सोरेन का स्वामित्व है। ईडी ने पीएमएलए के तहत एक सर्वे किया और पाया कि इन जमीनों पर सोरेन का अवैध कब्जा है। सोरेन के दिल्ली के घर से सर्च के दौरान कमरे से 36 लाख से ज्यादा कैश और जमीनों के दस्तावेज मिले। ये 8.5 एकड़ जमीन अपराध से कमाई आय का हिस्सा है।
आरोपियों के तार सोरेन से जुड़े
सोरेन सीधे तौर पर इन जमीनों के अधिग्रहण और कब्जा करने में सीधे तौर पर जुड़े हैं और अपराध से आय अर्जित करने में वो सीधे तौर पर शामिल हैं। इस सब बातों को देखते हुए भानुप्रताप के साथ सीधे इस सिंडिकेट में जुड़ना और जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जा करना पीएमएलए के तहत गिरफ्तारी का पुख्ता आधार है।
विपक्ष ने सरकार को घेरा
हेमंत सोरेन को मनी लांड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किये जाने के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को विपक्षी दलों के नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ईडी जैसी एजेंसियों के माध्यम से विपक्ष की आवाज दबा रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने झारखंड में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगामी लोकसभा चुनाव जीतने के लिए विपक्षी नेताओं को जेल में डाल रही है। बनर्जी ने नादिया जिले के शांतिपुर में एक सार्वजनिक वितरण कार्यक्रम के दौरान कहा कि अगर उन्हें सलाखों के पीछे भी डाल दिया जाए तो भी वह इससे बाहर आ जाएंगी।
ईडी और सीबीआई केवल विपक्षी नेताओं पर छापे क्यों मारती हैंः फौजिया खान
कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ने कहा कि यह ‘‘चुनावी मौसम है और ईडी को किसी कारण की आवश्यकता नहीं है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सांसद फौजिया खान ने सवाल किया कि ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां केवल विपक्षी नेताओं पर छापे क्यों मारती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इतने दिनों में यह स्पष्ट हो गया है कि ईडी, आयकर विभाग के छापे विपक्ष के सदस्यों के खिलाफ हो रहे हैं। भाजपा एक वॉशिंग मशीन की तरह है, यदि आप उस तरफ जाते हैं तो आप साफ हो जाते हैं और यदि आप विपक्ष में जाते हैं तो आपको गिरफ्तार कर लिया जाता है।
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