Haryana News: हरियाणा के राजनीतिक समुंद्र में हलचल मचने लगी है। चर्चाओं के दौर चल पड़े हैं। कयासों और अनुमानों ने राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है। और इन सबके पीछे कारण है एक व्यक्ति की मुलाकातें। इन मुलाकातों से पक्ष और विपक्ष में बैठे सभी दलों में यह चर्चा है कि अब आगे क्या?
दरअसल यह मुलाकातें हुईं कांग्रेस के विधायक कुलदीप बिश्नोई और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की। गौरतलब है कि बिश्नोई को राज्यसभा चुनाव में ‘क्रॉस-वोटिंग’ करने के बाद कांग्रेस ने पार्टी के सभी पदों से बर्खास्त हटा दिया है। वहीं पिछले दो सप्ताह के भीतर यह दूसरी बार है जब बिश्नोई ने भाजपा नेतृत्व के साथ मुलाकात की है। बिश्नोई ने 10 जुलाई को दिल्ली में जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।
जेपी नड्डा और खट्टर से हुई मुलाकात
दिल्ली में जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, सरल व सहज़ व्यक्तित्व के धनी जे.पी. नड्डा से आत्मीय भेंट की और वर्तमान राजनीतिक विषय पर चर्चा हुई। उनकी सरलता और सहज़ व्यक्तित्व उन्हें सच्चे जनसेवक की पहचान दिलाती है।"
वहीं इससे पहले एक और ट्वीट में उन्होंने बताया कि उनकी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी मुलाकात हुई। मनोहर लाल खट्टर के साथ मुलाकात पर बिश्नोई ने कहा कि उन्होंने ‘‘हरियाणा के विकास कार्य और राज्य के मौजूदा राजनीतिक मुद्दों के संबंध में महत्वपूर्ण चर्चा की।’’
इन मुलाकातों के बाद अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा चल पड़ी है कि क्या बिश्नोई कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले हैं? हालांकि अभी तक यह सिर्फ एक अफवाह है और किसी भी तरफ से कोई पुष्टि नहीं की गई है।
कांग्रेस से चल रहे हैं नाराज
चार बार के विधायक और दो बार सांसद रहे बिश्नोई हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के छोटे बेटे हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस ने इस साल की शुरुआत में उन्हें हरियाणा कांग्रेस का प्रमुख नहीं बनाया था जिसके बाद से वह नाराज बताए जा रहे थे। पार्टी ने हरियाणा की अपनी इकाई के प्रमुख के तौर पर उदयभान को नियुक्त किया था। उदयभान को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा का करीबी माना जाता है।
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