हरदा: मध्य प्रदेश के हरदा शहर में मंगलवार को एक पटाखा कारखाने में विस्फोट के बाद आग लग गई। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गयी जबकि 174 अन्य लोग घायल हुए हैं। यह घटना प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 150 किलोमीटर दूर हरदा शहर के बाहरी इलाके मगरधा रोड पर बैरागढ़ में हुई। घटना के बाद पीड़ितों का गुस्सा प्रशासन पर उतर रहा है और यही वजह है कि उन्होंने घटनास्थल का जायजा लेने लेने पहुंचे मुख्यमंत्री मोहन यादव के काफिले को रोक दिया।
बेबस नजर आया पुलिस प्रशासन
घटना के पीड़ितों का गुस्सा इतना ज्यादा था कि पुलिस प्रशासन भी उनके सामने बेबस नजर आया। नाराज परिजनों ने हरदा-खंडवा हाइवे का चक्का जाम कर दिया जिससे कम से कम एक किलोमीटर लंबा जाम लग गया। सड़क पर उतरने वालों में न सिर्फ मारे गए या घायल हुए लोगों के परिजन हैं, बल्कि आम लोगों के साथ-साथ वे लोग भी शामिल हैं जिनके मकान या अन्य प्रॉपर्टी को विस्फोट की वजह से नुकसान पहुंचा है। इस बीच मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।
हरदा अस्पताल पहुंचे CM मोहन
सीएम यादव ने हरदा के अस्पताल में पहुंचकर घायलों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। यादव ने 'X' पर किए गए एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने घायलों के इलाज के बारे में डॉक्टरों से चर्चा भी की। उन्होंने लिखा, 'आज हरदा के शासकीय अस्पताल पहुँचकर घायलों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली तथा चिकित्सकों से उनके उपचार के संबंध में चर्चा की। घायलों के उपचार की समुचित व्यवस्था की गयी है। मैं बाबा महाकाल से सभी घायलों के शीघ्र पूर्णतः स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'
भोपाल में भी घायलों से मिले थे CM
बता दें कि मुख्यमंत्री मोहन यादव घायल व्यक्तियों से मिलने के लिए मंगलवार को भोपाल के हमीदिया अस्पताल भी गए थे। यादव ने कहा था, ‘मैंने घायल व्यक्तियों से मुलाकात की है और सरकार उनके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर रही है। इस घटना में 11 लोगों की मौत हो गई है और बचाव अभियान अभी भी जारी है।’ राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 4-4 लाख रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की और कहा कि वह घायल व्यक्तियों के इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी।
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